Haryana Election Result: हरियाणा में बीजेपी की जीत के 5 बड़े कारण

डीएन ब्यूरो

भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करते हुए हैट्रिक लगाई। जानें बीजेपी की जीत में वे पांच बड़े फैक्‍टर, जिन्होंने तोड़ा कांग्रेस का प्रदेश में सरकार बनाने का सपना। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट

नायब सिंह सैनी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा
नायब सिंह सैनी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा


चंड़ीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) में भाजपा (BJP) ने बहुमत हासिल करते हुए हैट्रिक लगाई है। 2014, 2019 और अब 2024 में चुनाव जीतने वाली बीजेपी ने कांग्रेस (Congress) के हरियाणा में जीतने वाले सपने को तोड़ दिया। हरियाणा में भाजपा ने कुल 48 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस 37 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। 

भाजपा की जीत में नायक रहे सीएम सैनी

इस विधानसभा चुनावों में भाजपा 26 मौजूदा सीटें बचाने में कामयाब रही है, जबकि 22 नई सीटें भी जीती हैं। बीजेपी के इस शानदार प्रदर्शन की बड़ी वजह सीएम नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) माने जा रहे हैं, जिन्होंने महज 6 महीने में सीएम रहते हुए भाजपा की प्रदेश में सरकार बरकरार रखने में अहम भूमिका निभाई। 

भाजपा की जीत के 5 बड़े कारण

1. 'जाट वर्सेस नॉन जाट' फॉर्मूला 

चुनाव प्रचार अभियान में कांग्रेस की तरफ से जाट (Jaat) के प्रति झुकाव ज्यादा देखने को मिला। जबकि गैर जाट (Non-Jaat) और बाकी जातियों पर पार्टी की पकड़ कम इतनी मजबूत नहीं बन पाई। दूसरी ओर बीजेपी ने जाट और गैर जाट का फॉर्मूला अच्छी तरह बैलेंस करते हुए ये जीत हासिल की। 

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2. पार्टी में आंतरिक कलह

कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण हरियाणा में पार्टी की आंतरिक कलह भी मानी जा रही है। शैलजा कुमारी (Selja Kumari) का चुनाव नहीं लड़ने वाला फैसला भूपेंद्र हुड्डा और उनके बीच के दरार को दिखा रहा था।

3. पार्टी नेताओं के बीच नाराजगी

हरियाणा में कांग्रेस की पूरी कमान का जिम्मा भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) के पास था। इतना ही नहीं, टिकट बंटवारे में भी हुड्डा का पूरा दबदबा दिखा। ऐसे में कांग्रेस नेताओं के बीच इसे लेकर नाराजगी भी दिख रही थी। 

4. भाजपा की सही रणनीति

बीजेपी ने विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश की जनता की मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattarके प्रति नाराजगी को भांप लिया था, जिसके बाद पार्टी ने नायब सिंह सैनी को सीएम घोषित करते हुए जनता को अपनी ओर जोड़ने का काम किया। इसके साथ ही बीजेपी ने इस चुनाव के लिए 25 टिकट बदले, इनमें 16 प्रत्‍याशियों की  जीत भी हुई। 

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5. भाजपा की ज्यादा रैलियां

हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 150 से ज्यादा रैलियां कीं। जबकि कांग्रेस ने इसकी आधी यानी सिर्फ 70 ही रैलिया की। बीजेपी की तरफ से  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे स्टार नेताओं ने जीत के लिए प्रचार-प्रसार किया।

इसके अलावा 40 से ज्यादा केंद्रीय मंत्री और सांसदों ने भाजपा प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे। दूसरी ओर कांग्रेस ने केवल 70 सभाएं की थीं, जिनमें चार रैलियां और दो रोड शो विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कीं। जबकि प्रियंका गांधी ने दो सभाएं और राहुल के साथ एक रोड शो किया।  

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