DN Exclusive: यूपी में भ्रष्टाचार चरम पर, प्रधानमंत्री आवास के नाम पर जमकर धन उगाही

डीएन ब्यूरो

केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में गरीबों और जरूरतमंदों के लिये चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, यह बहुप्रचारित योजना कई लोगों के लिये अवैध कमाई और लूट-खसोट का जरिया भी बन गयी है। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट



कन्नौज: देश के गरीबों और जरूरतमंदों के लिये मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना कुछ लोगों के लिये दुधारू गाय की तरह बन गयी है। इस योजना के क्रियानव्यन में जुटे कुछ लोग गरीबों को आवास देने के नाम पर खूब लूट-खसोट और रिश्वतखोरी में लगे हुए है। आलम यह है कि भ्रष्ट अधिकारियों को कमीशन दिये बिना गरीबों को आवास मिलना मुश्किल है।

ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले का है, जहां इस योजना में बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। विकास खंड उमर्दा के ग्राम पंचायत भखरौली में जखाईपुरवा गांव में कुछ लोगों ने इस योजना के तहत आवास दिलाने के लिये अधिकारियों पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। अधिकारी द्वारा जरूरतमंद से रिश्वत लेने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।  

 

 

जानकारी के मुताबिक रिश्वतखोरी का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें दावा किया जा रहा है कि घूस लेने वाला व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि विकास खंड उमर्दा में तैनात सचिव धर्मेंद्र कुमार सिंह है, जो एक जरूरतमंद और गरीब से उसका आवास पास कराने के नाम पर घूस ले रहे हैं। 

इस मामले में जखाईपुरवा ग्राम पंचायत भखरौली निवासी योगेंद्र उर्फ पप्पू का कहना है कि उनका कच्चा मकान गिर गया था। जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्थानीय स्तर पर आवास देने की गुहार लगाई थी। योगेंद्र ने कहा कि सचिव धर्मेंद्र कुमार सिंह ने उनसे आवास दिलाने के नाम पर 15-20 हजार रुपये की मांग की। धर्मेंद्र का कहना है कि उनके पास इतने पैसे नहीं थे, जिस कारण उन्होंने सचिव को केवल 3 हजार रूपये दिये। लेकिन पैसे देने के बाद भी उनको सचिव ने आवास आवंटित नहीं किया। धर्मेंद्र का कहना है कि वह ऐसे अकेले व्यक्ति नहीं है, जिनसे प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर रिश्वत ली गयी हो। 

 










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