Jammu Kashmir: बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने सीमा पर दुश्मन को दी चेतावनी, पढ़िये उनका बड़ा बयान
जम्मू कश्मीर में सीमाओं पर स्थिति नियंत्रण में है और सरहदों को चाक चौबंद बनाया गया है। साथ ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) चौकन्ना है और देश की सुरक्षा के खिलाफ किसी भी दुस्साहसिक हरकत को नाकाम करने में सफल रहेगा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बडगाम (जम्मू कश्मीर): जम्मू कश्मीर में सीमाओं पर स्थिति नियंत्रण में है और सरहदों को चाक चौबंद बनाया गया है। साथ ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) चौकन्ना है और देश की सुरक्षा के खिलाफ किसी भी दुस्साहसिक हरकत को नाकाम करने में सफल रहेगा। बल के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह बात कही।
बीएसएफ के अवर महानिदेशक (पश्चिमी कमान) पी वी रमा शास्त्री ने बल के सहायक प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी) कश्मीर में नये भर्ती जवानों की पासिंग आउट परेड के बाद कहा कि सीमा पर पहरेदारी किसी भी देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है और बीएसएफ पूरी तरह सफल तरीके से इस भूमिका को निभा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘बीएसएफ 1965 से बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और सभी चुनौतियों को पूरा करने में सफल रहा है।’’
शास्त्री ने कहा, ‘‘आज की परिस्थिति में भी, बीएसएफ अपना योगदान दे रहा है, चाहे घुसपैठ रोकनी हो या ड्रोनों के खिलाफ अथवा बारूदी सुरंगों के खिलाफ कार्रवाई हो या तस्करी रोकनी हो। हम इन सभी भूमिकाओं को बहुत अच्छी तरह निभा रहे हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाली आबादी के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं।’’
यह भी पढ़ें |
Jammu Kashimr: अनंतनाग मुठभेड़ में सेना ने ढेर किये लश्कर के तीन आतंकवादी, सर्च ऑपरेशन जारी
अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ घुसपैठ को रोकने के लिए सीमाओं पर पहरेदारी देता है और यदि इस तरफ घुसपैठ की कोई कोशिश होती है तो ‘‘हम घुसपैठियों के खिलाफ कानूनी काईवाई करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम जमीनी सीमा से घुसपैठ रोकने में निश्चित रूप से सफल रहे हैं और भूमिगत तरीकों से किसी तरह के दुस्साहस, किसी प्रयास को रोकने में भी कामयाब रहे हैं। हमने स्थिति को काबू में कर लिया है और सीमा को अभेद्य बनाया है ताकि आतंकवाद से लड़े रहे बलों को मजबूती प्रदान की जा सके।’’
बीएसएफ अधिकारी ने कहा, ‘‘बीएसएफ हर समय चौकन्ना है। हम देश के खिलाफ किसी भी दुस्साहस या कोशिश को नाकाम करने में सफल रहे हैं और रहेंगे।’’
जम्मू कश्मीर में सीमापार से मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोनों के इस्तेमाल के बारे में पूछे जाने पर शास्त्री ने कहा कि तस्कर हमेशा नये तरीके खोजने की कोशिश करते हैं।
यह भी पढ़ें |
जम्मू-कश्मीर: आजादी के जश्न में खलल डालने का इरादा नाकाम, दो पाकिस्तनी सैनिक ढ़ेर
उन्होंने कहा, ‘‘ड्रोन एक माध्यम है। वे पहले भी इस तरह के माध्यमों का इस्तेमाल करते रहे हैं जिन पर हमने नियंत्रण पा लिया। पिछले तीन-चार साल से वे ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन हमने ड्रोनों का मुकाबला करने में सफलता पाई है, भले ही इन्हें मार गिराना हो या पेलोड गिराये बिना लौटने पर मजबूर करना हो या गिराये गये सामान को जब्त करना हो।’’
शास्त्री ने कहा, ‘‘हम ऐसे क्षेत्रों की स्थानीय पुलिस के साथ अच्छा तालमेल रखते हैं जहां ऐसी चीजें होती हैं। हम गिरोहों की गिरफ्तारी में भी सफल रहे हैं। इस तरह की घटनाओं में कमी आई है और मेरा मानना है कि भविष्य में, हम इसे पूरी तरह नियंत्रित करने में सफल रहेंगे।’’