तमिलनाडु की रियल एस्टेट कंपनी ‘जी स्क्वायर’ के परिसरों पर आयकर विभाग का छापा

डीएन ब्यूरो

आयकर विभाग ने तमिलनाडु की जानी-मानी रियल एस्टेट कंपनी ‘जी स्क्वायर’ के परिसरों पर सोमवार को छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

आयकर विभाग (फ़ाइल)
आयकर विभाग (फ़ाइल)


चेन्नई: आयकर विभाग ने तमिलनाडु की जानी-मानी रियल एस्टेट कंपनी ‘जी स्क्वायर’ के परिसरों पर सोमवार को छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि चेन्नई, कोयंबटूर और तिरुचिरापल्ली सहित तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों पर छापे मारे गए।

शहर स्थित फर्म ने कहा कि यह पिछले कुछ महीनों से उसे“अनुचित उत्पीड़न झेलना पड़ा” था और “दृढ़ता” से कहा कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं थी।

द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के शहर के एक विधायक एम. के. मोहन. से जुड़े परिसरों पर भी आयकर अधिकारियों की छापेमारी की खबरों के बीच, नेता के समर्थकों ने एजेंसी की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के प्रमुख के. अन्नामलाई सहित कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि राज्य के मुख्यमंत्री एवं सत्तारूढ़ द्रमुक के अध्यक्ष एम. के. स्टालिन के परिजन से इस कंपनी के संबंध हैं, जिसे ‘जी स्कवायर’ ने सिरे से खारिज कर दिया।

अन्नामलाई के आरोपों की प्रतिक्रिया में कंपनी ने कहा कि स्टालिन के परिजनों का “न तो उसपर स्वामित्व है न नियंत्रण”।

रियल एस्टेट कंपनी के कर्नाटक और तेलंगाना स्थित कार्यालयों में भी कथित तौर पर तलाशी ली जा रही थी।

‘जी स्क्वायर’ ने एक बयान में कहा, “पिछले कुछ महीनों में, हमारे संगठन को निराधार आरोपों के माध्यम से कई मोर्चों से अनुचित उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है, जिसका समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं है।”

कंपनी ने कहा, “यह भले ही हमारे लिए अविश्वसनीय रूप से चुनौतीपूर्ण समय रहा हो, हम आभारी हैं कि अब इन दावों की वैधता को मान्य करने के उपाय किए जा रहे हैं। हम इस अवसर पर जोर देकर यह कहना चाहते हैं कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।”

कंपनी ने कहा कि एक संगठन के तौर पर वह पारदर्शिता में विश्वास रखती है।

उसने कहा, “हम सभी को विश्वास दिलाते हैं कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और डरने की कोई बात नहीं है। हम इस पूरी प्रक्रिया में अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं और उम्मीद है कि यह सत्यापन हमारे खिलाफ फैलाए गए दुर्भावनापूर्ण प्रचार को समाप्त कर देगा।”

इस बीच, तमिलनाडु के आवास और शहरी विकास मंत्री एस मुथुसामी ने इरोड में संवाददाताओं से कहा कि ‘जी स्क्वायर’ को कोई विशेष रियायत नहीं दी गई है।










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