दिल्ली में तेज आंधी के साथ हुई बारिश, पेड़ गिरे, यातायात भी प्रभावित

डीएन ब्यूरो

उत्तर-पश्चिमी भारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर बना हुआ है, जिसके कारण बृहस्पतिवार की शाम राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दूसरे दिन तेज हवाएं चलने के साथ बारिश हुई।

तेज आंधी के साथ हुई बारिश, पेड़ गिरे, यातायात भी प्रभावित(फाइल)
तेज आंधी के साथ हुई बारिश, पेड़ गिरे, यातायात भी प्रभावित(फाइल)


नई दिल्ली: उत्तर-पश्चिमी भारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर बना हुआ है, जिसके कारण बृहस्पतिवार की शाम राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दूसरे दिन तेज हवाएं चलने के साथ बारिश हुई। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान जताया है।

पश्चिमी दिल्ली के कुछ इलाकों में जलभराव की सूचना मिली है, जबकि सिविल लाइंस, रोहिणी और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य इलाकों में पेड़ गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं।

पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, नोएडा में दीवार गिरने से दो किशोर घायल हो गए। यह घटना शाम करीब सात बजे उस समय हुई, जब किशोरों ने बारिश और तेज हवाओं से बचने के लिए सेक्टर-44 में एक निर्माण स्थल पर दीवार के पास शरण ली थी।

भारी बारिश के कारण सड़कों पर पानी भरने से प्रमुख जंक्शनों पर यातायात भी प्रभावित हुआ। राष्ट्रीय राजधानी की सफदरजंग वेधशाला में सुबह 8.30 बजे से रात 8.30 बजे के बीच 5.8 मिमी बारिश दर्ज की गयी।

पालम वेधशाला में 1.1 मिमी वर्षा दर्ज की गयी, जबकि लोधी रोड, रिज और आयानगर में क्रमशः 7.6 मिमी, 4.5 मिमी और थोड़ी सी वर्षा दर्ज की गयी। पूर्वी दिल्ली में ओलावृष्टि होने की सूचना है।

आईएमडी के मुताबिक, पटेल नगर, राजीव चौक, सफदरजंग, लोधी रोड, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, दिल्ली छावनी और बुद्ध जयंती पार्क सहित दिल्ली के कुछ हिस्सों में आंधी के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई।

आईएमडी ने 30 मार्च से पांच अप्रैल के बीच सप्ताह के अधिकांश दिनों में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों जैसे पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने का अनुमान जताया है।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि तेज हवाओं से पौधारोपण, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है। इसने कहा है कि तेज हवाओं और बारिश के कारण कमजोर संरचनाओं को आंशिक नुकसान हो सकता है।

बारिश के बाद दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों से जलभराव की सूचना मिली।

आईएमडी के बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 33.4 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार को आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहने और अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने और तेज हवाओं तथा ओलावृष्टि का अनुमान जताया है। इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 27 डिग्री सेल्सियस और 15 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को 24 घंटे का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 170 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।

गौरतलब है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।

आईएमडी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार शाम साढ़े पांच बजे सापेक्षिक आर्द्रता 75 फीसदी दर्ज की गई।










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