किसानों को मौसम की मार, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान
आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए गिरदावरी की जा रही है और किसानों को एसडीआरएफ मानदंडों के तहत राहत प्रदान की जाएगी। वहीं सरकार के जवाब पर असंतोष व्यक्त करते हुए विपक्ष ने इस मुद्दे पर सदन से बहिर्गमन किया।
जयपुर: आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए गिरदावरी की जा रही है और किसानों को एसडीआरएफ मानदंडों के तहत राहत प्रदान की जाएगी। वहीं सरकार के जवाब पर असंतोष व्यक्त करते हुए विपक्ष ने इस मुद्दे पर सदन से बहिर्गमन किया।
मंत्री ने कहा कि किसानों को विशेष पैकेज के मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल को नुकसान हुआ है और जिलाधिकारियों को नुकसान का जायजा लेने के लिए गिरदावरी करने का निर्देश दिया गये है।
उन्होंने शून्यकाल में फसलों को हुए नुकसान के मुद्दे पर बयान देते हुए बताया कि पाला, शीत लहर और ओलावृष्टि से प्रभावित पात्र किसानों को दिसंबर-जनवरी माह में कृषि इनपुट अनुदान के भुगतान के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जनवरी से मार्च माह में फसल खराबा वाले प्रभावित काश्तकारों को एसडीआरएफ के प्रावधान के अनुसार यथाशीघ्र विभाग द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित किसानों को अधिक से अधिक राहत देने के लिए विशेष पैकेज देने की मंशा रखती है। इस विशेष पैकेज के संबंध में मंत्रिमंण्डल की बैठक में चर्चा भी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 29 व 30 जनवरी को ओलावृष्टि से फसल खराबे की गिरदावरी के लिए राजस्व विभाग के पत्र द्वारा सभी जिला कलक्टरों को आदेश जारी किए गए। इनमें कोटा एवं उदयपुर जिले में 33 प्रतिशत से ज्यादा खराबे की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। रिपोर्ट के अनुसार 5 तहसीलों के 75 गांवों में 18 हजार 422 काश्तकार प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि 19 जिलों में फसल खराबे की सूचना शून्य है जबकि शेष 12 जिलों से सूचना प्राप्त कर एसडीआरएफ नार्म्स के तहत कार्यवाही की जाएगी।
आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार मार्च में हुई ओलावृष्टि से फसल खराबे की विशेष गिरदावरी के लिए आठ मार्च को राजस्व विभाग द्वारा सभी कलक्टरों को निर्देश जारी किए गए।
कोटा के जिला कलेक्टर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार छह तहसीलों के 69 गांवों में आठ हजार 293 काश्तकार प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि शेष जिलों से सूचना प्राप्त कर एसडीआरएफ नॉर्म्स के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड ने कहा कि आज तक किसानों को दावे जारी नहीं किए गए हैं।
उन्होंने सरकार के जवाब पर असंतोष व्यक्त किया और उसके बाद विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन किया।इससे पहले, इस मुद्दे पर आमेर के विधायक और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि बेमौसम बारिश के कारण अधिकांश फसलों को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के 20 गांवों में हाल ही में हुई बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है और सरकार को विशेष गिरदावरी कराकर जल्द से जल्द किसानों को राहत देनी चाहिए।