

स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार अगले 18 माह में 1.50 लाख करोड़ रुपये की पारेषण ढांचागत परियोजनाओं के लिये बोलियां आमंत्रित कर सकती है।
नई दिल्ली: स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार अगले 18 माह में 1.50 लाख करोड़ रुपये की पारेषण ढांचागत परियोजनाओं के लिये बोलियां आमंत्रित कर सकती है।
सरकार ने दिसंबर में 2030 तक हरित स्रोतों से उत्पन्न 5,00,000 मेगावॉट बिजली उत्पादन क्षमता के पारेषण के लिये ढांचागत सुविधाएं तैयार करने को करीब 2.44 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाली योजनाओं की शुरुआत की।
स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि कुल घोषित परियोजनाओं का 60 से 65 प्रतिशत यानी 1,50,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लिये बोली अगले 18 महीनों में आमंत्रित की जाएगी। उसके बाद परियोजनाओं को पूरा होने में चार से पांच साल लगेंगे।’’
उद्योग को उम्मीद है कि सरकार बिजली पारेषण ढांचागत परियोजनाओं के लिये शुल्क आधारित प्रतिस्पर्धी बोली के तहत बोलियां आमंत्रित करेगी। इसका कारण इससे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से उत्पादित बिजली के पारेषण को लेकर नई बिजली लाइन और हरित ऊर्जा गलियारा (पारेषण) के निर्माण में तेजी आएगी।
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