अराजक तत्वों ने की सारी हदें पार, स्कूल परिसर का किया ऐसा हाल; भड़के गांव वाले

डीएन संवाददाता

गोरखपुर में खजनी के विश्वनाथपुर गांव सभा स्कूल में अराजक तत्वों ने सारी हदें पार कर दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

स्कूल का दृश्य
स्कूल का दृश्य


गोरखपुर: विकास खंड खजनी के विश्वनाथपुर गांव सभा स्थित सरकारी प्राथमिक स्कूल में अराजक तत्वों ने स्कूल परिसर में लगे हरे पेड़ों को काटकर फेंक दिया। इस घटना से स्कूल प्रशासन और ग्रामीणों में नाराजगी देखी जा रही है। प्रधानाध्यापक संजय मिश्र ने बताया कि कैंपस को हरा-भरा और सुंदर बनाने के लिए पीपल, बरगद, गुलमोहर, गुड़हल और फूलों के पौधे लगाए गए थे, लेकिन अज्ञात लोगों ने इन पौधों को काटकर नष्ट कर दिया।

अब तक दर्जनों पौधों को क्षति पहुंचाई जा चुकी है।प्रधानाध्यापक ने कहा, "हरे वृक्षों को काटकर नुकसान पहुंचाना एक गंभीर अपराध है। यह न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि बच्चों के लिए बनाए गए इस हरियाली भरे माहौल को भी बर्बाद करता है।

यह भी पढ़ें | Gorakhpur News: गोरखपुर में गृहक्लेश से तंग आकर चाचा ने जहर खाकर दी जान, देखा देखी में भतीजी की भी मौत

 डाइनामाइट न्यूज संवादाता को मिले जानकारी अनुसार " स्कूल परिसर की सुरक्षा के लिए चारों तरफ ऊंची बाउंड्री वॉल बनाई गई है और गेट पर ताला भी लगाया जाता है। इसके बावजूद, स्कूल बंद होने के बाद कुछ अराजक तत्व बाउंड्री वॉल के ऊपर से कूदकर अंदर घुस जाते हैं।संजय मिश्र ने आगे बताया कि परिसर के आसपास खाली पड़ी जमीन पर गांव के कुछ लोग अक्सर ताश खेलते देखे जाते हैं। स्कूल बंद होने के बाद ये लोग परिसर में घुसकर पौधों को नष्ट करने के साथ-साथ शौचालय और खाली स्थानों को क्षतिग्रस्त कर गंदगी फैलाते हैं।

सुबह स्कूल खुलने पर ही इस नुकसान की जानकारी मिल पाती है।इस घटना की सूचना संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है। प्रधानाध्यापक ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और स्कूल परिसर की हरियाली को बचाया जा सके। ग्रामीणों ने भी इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है।

यह भी पढ़ें | CBI ने की बड़ी कार्रवाई, 50 हजार रूपये की रिश्वतखोरी मामले में तीन लोग गिरफ्तार

फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस कृत्य के पीछे कौन जिम्मेदार है, लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि यह असामाजिक तत्वों का काम हो सकता है। प्रशासन से इस मामले की जांच और उचित कदम उठाने की उम्मीद की जा रही है।










संबंधित समाचार