फतेहपुर: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के सपनों पर फेरा पानी

यमुना कटरी क्षेत्र में शुक्रवार और रविवार को अचानक आए मौसम में बदलाव के बाद हवाओं के साथ कहीं झमाझम तो कहीं रिमझिम बारिश और आंशिक चने जैसे आकार के ओले गिर गए। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 14 April 2024, 4:53 PM IST
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फतेहपुर: यमुना कटरी क्षेत्र में शुक्रवार और रविवार को अचानक आए मौसम में बदलाव के बाद हवाओं के साथ कहीं झमाझम तो कहीं रिमझिम बारिश और आंशिक चने जैसे आकार के ओले गिर गए। जिसके चलते किसानों की खेतों में पककर खड़ी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।

इस समय किसान गेहूं की फसल को काटकर घर लाने या अनाज मंडी में विक्रय के लिए ले जाने की तैयारी कर रहे थे, ऐसे में अचानक बदले मौसम ने उनकी कमर तोड़कर रख दी है। बताया गया है कि सदर तहसील के असोथर और हसवा ब्लॉक क्षेत्र के कई दर्जन से अधिक गांव में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हो गई है, जिससे भारी नुकसान होने की खबर है।

अचानक हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जहां एक और गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है तो वही फसल की गुणवत्ता और उसकी चमक पर भी विपरीत असर पडने की वजह से गेहूं उत्पादक किसान अब चिंता में डूब गए हैं। जहां पिछले दो दिन से दिन में तेज धूप और रात में भी लोगों को गर्मी का एहसास होना शुरू ही हुआ था। तभी शुक्रवार की सुबह से ही आसमान में हल्के फुल्के बादल नजर आने लगे थे। जिससे जून और जुलाई के महीने जैसी उमस का असर दिखाई दे रहा था।   

डाइनामाइट न्यूज़ संवावददाता के अनुसार  वही ग्रामीण सूत्रों के द्वारा बताया जाता है कि सदर तहसील के असोथर, हसवा ब्लॉक क्षेत्र के घाटमपुर, कोटवा, मल्हीपुर, सुसवन, बुधरामउ, टीकर, आकूपुर, सेमरी, हैदरमऊ, रिठवा, छीछनी आदि ग्रामों में झमाझम बारिश के बीच चने और बेर के आकार के 15 से 20 सेकंड तक ओले गिरे। जिससे कई किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। साथ ही बताया जा रहा है कि कई गांवों में तेज बारिश से फसल कटाई का कार्य लगभग 5 से 6 दिन के लिए नमी आ जाने के कारण प्रभावित हो गया है।

ओलावृष्टि की जानकारी मिलने पर राजस्व व कृषि विभाग का अमला हुआ सक्रिय

कलेक्टर से मिले निर्देशों के आधार पर सदर एसडीएम प्रभाकर त्रिपाठी के मार्गदर्शन में तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक हीरालाल सहित अन्य राजस्व अमला सक्रिय हो गया है। ग्राम कोटवारों के माध्यम से कहां-कहां ओलावृष्टि और कहां-कहां जोरदार बारिश से नुकसान हुआ है, वह सबकी जानकारी जुटाने में जुट गए हैं।