Earthquake: जम्मू -कश्मीर में भूकंप के झटके, 5.8 रही तीव्रता

डीएन ब्यूरो

जम्मू-कश्मीर की धरती शनिवार को भूकंप के झटकों से हिल गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके
जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके


जम्मू: जम्मू-कश्मीर की धरती शनिवार को भूकंप के झटके से कांप गई। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई। इसका एपिसेंटर पाकिस्तान रहा। हालांकि भूकंप के कारण किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

सैस्मिक विभाग ने बताया कि 5.8 तीव्रता का भूकंप पाकिस्तान में 33.63 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 72.46 डिग्री पूर्वी देशांतर पर 10 किलोमीटर की गहराई पर आया।

यह भी पढ़ें | Earthquake in Myanmar Today: म्यांमार में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर पैमाने पर 7.2 की तीव्रता के साथ कांपी धरती

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भूकंप आने पर लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटके कुछ ही सेकेंड महसूस हुए। अभी तक कहीं से कोई अप्रिय घटना सामने आई नहीं है। 

क्यों आता है भूकंप
भूकंप पृथ्वी की सतह के नीचे टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल के कारण आता है। ये प्लेटें पृथ्वी की ऊपरी परत में विशाल चट्टानी संरचनाएं हैं, जो धीरे-धीरे गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, खिसकती हैं या अलग होती हैं, तो संचित ऊर्जा अचानक मुक्त होती है, जिससे पृथ्वी में कंपन होता है। इसे भूकंप कहते हैं।

यह भी पढ़ें | Earthquake in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके

भूकंप का केंद्र बिंदु जहां से यह शुरू होता है, उसे 'उद्भव केंद्र' (एपिसेंटर) कहते हैं। इसके अलावा, ज्वालामुखी विस्फोट, मानव-निर्मित गतिविधियां जैसे खनन या जलाशयों का निर्माण भी कभी-कभी भूकंप का कारण बन सकता है। 

भूकंप आने पर क्या करें
1.    भूकंप के दौरान सुरक्षा के लिए तुरंत सतर्कता बरतनी चाहिए।
2.    अगर आप घर के अंदर हैं, तो मजबूत फर्नीचर जैसे मेज के नीचे छिपें और सिर को सुरक्षित रखें।
3.    खिड़कियों, कांच या भारी वस्तुओं से दूर रहें।
4.    बाहर खुले मैदान में जाएं, लेकिन बिजली के तारों और ऊंची इमारतों से बचें।
5.    अगर गाड़ी में हैं, तो सुरक्षित स्थान पर रुकें और गाड़ी में ही रहें।
6.    भूकंप के बाद गैस लीक या आग की जांच करें और क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें।
7.    आपातकालीन किट और महत्वपूर्ण दस्तावेज तैयार रखें। शांत रहकर सूझबूझ से निर्णय लें।










संबंधित समाचार