DN Fact Check: सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं खजनी हरनही सीएचसी सेंटर की खबरें, जानिये वहां की हकीकत

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर जिले के खजनी हरनही महुराव में स्थित पीकू सेंटर में सुविधाओं की कमी और बंदी जैसी तमाम बातें उठ रही थी। इसे लेकर डाइनामाइट न्यूज़ की फैक्ट चेकर टीम ने इस मामले की जांच की और सच्चाई जानने की कोशिश की। देखिए ये खास रिपोर्ट



गोरखपुर: जिले के खजनी हरनही महुराव में स्थित पीकू सेंटर हाल ही में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। खबरें आईं कि सेंटर में सुविधाओं की कमी है और यह बंद पड़ा है। लेकिन क्या ये दावे सच हैं? 

डाइनामाइट न्यूज़ की फैक्ट चेकर टीम ने इस मामले की जांच की और सच्चाई जानने की कोशिश की। हालांकि, हमारी पड़ताल में सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे गलत साबित हुए।

पीकू सेंटर में सुविधाएं मौजूद

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम की जांच में खुलासा हुआ कि पीकू सेंटर में बच्चों की देखभाल के लिए सभी जरूरी चिकित्सा सुविधाएं, जैसे आईसीयू जैसी सेवाएं उपलब्ध हैं। हालांकि, सेंटर को अस्थायी रूप से बंद रखा गया है। 

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इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक बीरेंद्र प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया कि संविदा कर्मचारियों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण सेंटर को सुरक्षित रखने के लिए ताला लगाया गया है।

सुरक्षा और स्वच्छता प्राथमिकता

अधीक्षक ने कहा कि केंद्र को किसी भी क्षति से बचाने और स्वच्छता बनाए रखने के उद्देश्य से ताला लगाया गया है। मरीज आने पर तुरंत केंद्र खोलकर इलाज उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना है और यह पीकू सेंटर उसी का हिस्सा है।

सरकार का प्रयास सराहनीय

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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए ऐसे पीकू केंद्र बनाए जा रहे हैं। हरनही महुराव का पीकू सेंटर बच्चों की बेहतरी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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