Climate Change: जानिये जलवायु परिवर्तन और भारत की जी 20 समूह की अध्यक्षता के ये रिश्ता

डीएन ब्यूरो

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता का आदर्श वाक्य ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ है और जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध भारत का संघर्ष संपूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में जोड़गा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला


नयी दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता का आदर्श वाक्य ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ है और जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध भारत का संघर्ष संपूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में जोड़गा।

बिरला ने डेनमार्क की यूरोपीय मामलों पर संसदीय समिति के अध्यक्ष नील्स फ्लेमिंग हैनसेन के नेतृत्व में आए शिष्टमंडल का संसद भवन में स्वागत करते हुए यह बात कही।

लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, बिरला ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र है और डेनमार्क की तरह एक जीवंत और परिपक्व लोकतंत्र भी है।

बिरला ने कहा कि दोनों देश शांति, लोकतंत्र और मानवधिकारों का समर्थन करते हैं और ऐसे में दोनों देशों के बीच नियमित संवाद होना चाहिए।

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उन्होंने सुझाव दिया कि भारत और डेनमार्क के बीच चर्चा-संवाद की एक नियमित प्रक्रिया विकसित होनी चाहिए ताकि एक दूसरे के लोकतंत्र से सीख सकें और अपनी श्रेष्ठ बातों को साझा कर सकें।

बिरला ने 2021 में डेनमार्क के प्रधानमंत्री के भारत दौरे और पिछले वर्ष भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डेनमार्क दौरे का जिक्र भी किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता का आदर्श वाक्य ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ है और जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध भारत का संघर्ष संपूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में जोड़गा।’’

उन्होंने आशा व्यक्त की कि डेनमार्क और भारत की लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता अंतराष्ट्रीय मंचों पर एक सुदृढ़ साझेदारी को बल देगी।

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उन्होंने सितंबर 2020 में भारत और डेनमार्क के बीच शुरू हुई हरित रणनीतिक साझेदारी का जिक्र करते हुए कहा कि इस साझेदारी ने दोनों देशों के बीच समन्वय को बेहतर बनाया है।

बिरला ने कहा कि आज जब भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तथा वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा संबंधी मुद्दों, व्यापारिक एवं आर्थिक संबंधों, शोध एवं नवाचार, दोनों देशों के लोगों के बीच सुदृढ़ संपर्क जैसे परस्पर हित के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच साझेदारी और सहयोग की पर्याप्त संभावनाएं हैं।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में इस साझेदारी से द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में बढ़ोतरी होगी।

बिरला ने डेनमार्क के शिष्टमंडल को सूचित किया कि भारत जी-20 शिखर बैठक के अंतर्गत निकट भविष्य में पी-20 सम्मेलन का आयोजन भी करेगा जिसमें जी 20 राष्ट्रों के अतिरिक्त आमंत्रित राष्ट्रों के पीठासीन अधिकारी भाग लेंगे।










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