बलरामपुर: लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में फर्जी भुगतान का मामला, पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

डीएन ब्यूरो

बलरामपुर में लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में फर्जी भुगतान का मामला सामने आया है। इस मामले में भाजपा के पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये पूरी रिपोर्ट

कार्यालय अधिशासी अभियंता
कार्यालय अधिशासी अभियंता


बलरामपुर: जिले के लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में तैनात तत्कालीन अधिशासी अभियंता के खिलाफ भाजपा के पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने गलत भुगतान करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक जांच के नाम पर लीपापोती का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जांच कराने की मांग की है। पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने बताया कि वर्ष 2021 में प्रांतीय खंड के तत्कालीन अधिशासी अभियंता मेघ प्रकाश, तत्कालीन सहायक अभियंता कमलाकांत व अवर अभियंता रवि यादव द्वारा 25 करोड़ का घोटाला कर फर्जी भुगतान की उच्च स्तरीय जांच कराने के लिए पत्र दिया था। इसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश व डीएम श्रुति ने भी प्रमुख सचिव को पत्र लिखा था।

इस पर प्रमुख सचिव ने सज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच के लिए टीम गठित कर टीएससी जांच के आदेश दिए थे। आरोप है कि वर्तमान में तैनात प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता भानु प्रताप यादव ने जांच टीम को गलत अभिलेख दिखाकर गुमराह किया है। पूर्व विधायक ने बताया कि 12 जून 2023 को शासन द्वारा गठित टीम टीएससी जांच के लिए प्राविधिक परीक्षक जसवंत सिंह जांच के लिए आये, लेकिन मौके पर उक्त प्रकरण की जांच न कर एक स्थानीय होटल में अधिशासी अभियंता भानु प्रताप यादव से मुलाकात कर पूर्व अधिशासी अभियंता मेघ प्रसाद के कारनामों को छुपाते हुए लीपापोती कर भारी भरकम रकम लेकर वापस चले गये।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिशासी अभियंता पर कोई कार्रवाई तो नहीं हुई, लेकिन पदोन्नति हो गई और वह अधीक्षण अभियंता के रूप में लखनऊ तैनात हो गये। वहीं सहायक अभियंता की भी पदोन्नति कर अधिशासी अभियंता के रूप में बलिया में तैनाती कर दी गईं। अवर अभियंता रवि यादव प्रांतीय खंड बलरामपुर में ही तैनात हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में तैनात अधिशासी अभियंता को ज्ञात हो गया है कि पुनः मामले की जांच होगी इसलिए वह विभाग के छोटे-छोटे बॉन्ड को उठाकर फर्जी भुगतान कर रहे हैं। इसको लेकर पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने 24 जुलाई 2024 को पुनः मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।










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