FM: कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये की योजनायें
कोरोना वायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से आत्मनिर्भर भारत अभियान की तीसरी किश्त कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों से जुड़ी रही जिसमें कृषि से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने पर जोर दिया गया है और इस क्षेत्र के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनायें घोषित की गयी हैं।
नयी दिल्ली: कोरोना वायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से आत्मनिर्भर भारत अभियान की तीसरी किश्त कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों से जुड़ी रही जिसमें कृषि से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने पर जोर दिया गया है और इस क्षेत्र के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनायें घोषित की गयी हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान पर आज लगातार तीसरे दिन संवाददाताओं से चर्चा में ये घोषणायें की। उन्होंने कहा कि किसानों की मदद के लिए कुछ घोषणायें की गयी थी। पिछले दो महीने में कुछ अतिरिक्त उपाय किये गये हैं।
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मैं आज 11 उपायों की घोषणा करूंगा, जिनमें से 8 बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, क्षमता और बेहतर लॉजिस्टिक के निर्माण से संबंधित हैं, जबकि बाकी 3 शासन और प्रशासनिक सुधारों से संबंधित होंगे: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण pic.twitter.com/zEmjd6fUmN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 15, 2020
लॉकडाउन के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 74300 करोड़ रुपये की खरीद की जा चुकी है। पीएम किसान के तहत 18700 करोड़ रुपये हस्तातंरित किया जा चुके हैं। पीएम फसल बीमा योजना के तहत 6400 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया गया है।
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उन्होंने कहा कि पर्याप्त कोल्ड चेन और उत्पादन के बाद प्रबंधन से जुड़ी आधारभूत सुविधाओं के विकास के वास्ते फार्म गेट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपये का एग्रि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फार्म गेट और एग्रिगेशन केन्द्र पर सुविधायें उपलब्ध कराने पर यह राशि व्यय की जायेगी। इस फंड की शीघ्र ही स्थापना की जायेगी। (वार्ता)