बिहार में कड़ी सुरक्षा के बीच 10वीं की परीक्षा शुरू

डीएन ब्यूरो

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार से शुरू हो गई। इस परीक्षा के लिए राज्यभर में कुल 1,532 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। परीक्षा में राज्यभर से 17 लाख 63 हजार 423 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिनमें से 8,97,168 छात्र और 8,66,255 छात्राएं हैं। पिछले वर्ष की तुलना में करीब ढाई लाख अधिक विद्यार्थी इस वर्ष परीक्षा दे रहे हैं।

फ़ाइल फ़ोटो
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पटना:  बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार से शुरू हो गई। इस परीक्षा के लिए राज्यभर में कुल 1,532 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। परीक्षा में राज्यभर से 17 लाख 63 हजार 423 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिनमें से 8,97,168 छात्र और 8,66,255 छात्राएं हैं। पिछले वर्ष की तुलना में करीब ढाई लाख अधिक विद्यार्थी इस वर्ष परीक्षा दे रहे हैं। 

कदाचार रोकने के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों पर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। विद्यालय परीक्षा समिति के अलावा सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्यरत रहेंगे।

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समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर के अनुसार, सभी परीक्षा केन्द्रों पर 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक प्रतिनियुक्त है। केन्द्र के भीतर मोबाइल, ब्लू टूथ, कैलकुलेटर सहित सभी प्रकार के इलैक्ट्रॉनिक उपकरण वर्जित हैं।  बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के एक अधिकारी ने बताया कि परीक्षा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभी परीक्षा केन्द्रों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। परीक्षा हॉल के अंदर और बाहर वीडियोग्राफी कराई जा रही है। 

सुबह परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व केन्द्रों पर अभिभावकों की भीड़ देखी गई थी, परंतु परीक्षा प्रारंभ होने के बाद भीड़ छंट गई। समिति ने किसी भी तरह की समस्या को सूचित करने के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया है। अभिभावक, छात्र या शिक्षा विभाग के पदाधिकारी नियंत्रण कक्ष से कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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परीक्षा आठ मार्च तक चलेगी। उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पूर्व मैट्रिक की परीक्षा के दौरान नकल की घटना से पूरे राज्य की बदनामी हुई थी। चार मंजिला इमारत पर चढ़कर नकल कराने की फोटो देश और विदेश की मीडिया में प्रकाशित हुई थी तथा यह फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई थी। पिछले वर्ष 12वीं की परीक्षा में टॉपर्स को लेकर घोटला सामने आया था। इस कारण विभाग इस वर्ष परीक्षा को कदाचारमुक्त संपन्न कराने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। (आईएएनएस)










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