New Delhi: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में बड़े बदलाव की खबर सामने आई है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अब तक बीसीसीआई की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि राजीव शुक्ला को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है। जिसके बाद ही लोगों के मन में ये सवाल उठने लगा है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो बीसीसीआई को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा है?
क्यों हुआ फेरबदल?
दरअसल, बीसीसीआई के नियम के अनुसार अध्यक्ष पद पर काबिज पदाधिकारी को 70 वर्ष की उम्र तक पद को छोड़ना पड़ता है। रोजर बिन्नी का जन्म 19 जुलाई साल 1955 में कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुआ था। ऐसे में वह अब 70 साल और 41 दिन के हो गए हैं। इसी नियम के मुताबिक देखा जाए तो बिन्नी का कार्यकाल अब पूरा हो चुका है।
राजीव शुक्ला को मिली बड़ी जिम्मेदारी
रोजर बिन्नी के इस्तीफे के बाद, बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला को कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जब तक नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं होता, तब तक शुक्ला बीसीसीआई के शीर्ष पद पर कार्यरत रहेंगे। बुधवार को हुई शीर्ष परिषद की बैठक की अध्यक्षता भी राजीव शुक्ला ने की, जिससे यह और स्पष्ट हो गया कि अब बोर्ड की कमान अस्थायी रूप से उनके हाथों में है।
क्या था बैठक का एजेंडा?
बैठक का मुख्य एजेंडा स्पॉन्सरशिप से जुड़ा था। रिपोर्ट के अनुसार, ड्रीम11 के साथ मौजूदा प्रायोजन अनुबंध समाप्त हो चुका है और अब बीसीसीआई अगले ढाई वर्षों के लिए एक नए प्रायोजक की तलाश कर रही है। यह चर्चा ऐसे समय में हुई है जब एशिया कप शुरू होने में अब दो हफ्ते से भी कम समय बचा है।
एशिया कप के लिए स्पॉन्सर की तलाश
रिपोर्ट्स की मानें तो इतने कम समय में नया प्रायोजक लाना एक चुनौतीपूर्ण काम है। ऐसे में माना जा रहा है कि सिर्फ एशिया कप के लिए कोई अलग प्रायोजक नहीं लाया जाएगा। फिलहाल बीसीसीआई की प्राथमिकता 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए स्पॉन्सरशिप खोजना है।
BCCI चुनाव कब?
भले ही संसद में राष्ट्रीय खेल प्रशासन कानून पारित हो गया हो, लेकिन उसकी अधिसूचना अभी तक जारी नहीं हुई है। इसलिए बीसीसीआई को आगामी महीने में अपनी वार्षिक आम सभा (AGM) और चुनाव समय पर कराने होंगे। रिपोर्ट में बताया गया है कि खेल मंत्रालय की ओर से यह कानून अभी अधिसूचित नहीं हुआ है, और इसमें कुछ महीने लग सकते हैं।