New Delhi: देश की संसद का एक माह तक चलने वाला मानसून सत्र आज संपन्न हो गया। इस दौरान दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा ने विभिन्न महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा की और कुल मिलाकर लोकसभा में 12 तथा राज्यसभा में 14 विधेयक पारित किए गए। हालांकि, सत्र के दौरान विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार की आलोचना की और संसद परिसर में कई बार हंगामा, स्थगन तथा वॉकआउट जैसे प्रदर्शन भी किए।
विपक्ष की तीखी नाराजगी
सत्र में सबसे ज्यादा विवाद उस समय हुआ जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। विपक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ऑपरेशन रोकने का श्रेय लेने को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस के राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और टीएमसी सांसद सायोनी घोष समेत कई विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा।
विधेयकों की बड़ी संख्या पारित
विरोध के बावजूद संसद ने कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए।
लोकसभा में पारित प्रमुख विधेयक:
- राष्ट्रीय खेल गर्वनेंस बिल, 2025
- गोवा राज्य के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनः समायोजन विधेयक, 2025
- मर्चेंट शिपिंग विधेयक, 2025
- मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2025
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक, 2025
- आयकर विधेयक, 2025
- भारतीय बंदरगाह विधेयक, 2025
- ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन और विनियमन विधेयक, 2025
राज्यसभा में पारित प्रमुख विधेयक:
- बिल ऑफ लैडिंग विधेयक, 2025 (यह विधेयक बिना किसी व्यवधान के पारित हुआ)
- समुद्र द्वारा माल ढुलाई विधेयक, 2025
- तटीय नौवहन विधेयक, 2025
- व्यापारी नौवहन विधेयक, 2025
- गोवा राज्य के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनः समायोजन विधेयक, 2025
- राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025
- आयकर विधेयक, 2025
- खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक, 2025
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