New Delhi: अरबी (Taro Root) को भारतीय रसोई में अक्सर स्वादिष्ट व्यंजन के तौर पर शामिल किया जाता है। इसकी सब्ज़ी से लेकर चिप्स तक लोग बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वाद और पौष्टिकता से भरपूर दिखने वाली यह सब्ज़ी कुछ लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है? हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अरबी के अधिक सेवन से पाचन, त्वचा, जोड़ों और किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं कैसे यह आम सब्ज़ी सेहत के लिए हानिकारक बन सकती है।
1. पाचन में परेशानी
अरबी में मौजूद स्टार्च और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पचाने में भारी पड़ सकते हैं। ज्यादा मात्रा में अरबी खाने से पेट में गैस, भारीपन और सूजन की शिकायत हो सकती है। खासकर जिन लोगों को पहले से पाचन संबंधी समस्या हो, उन्हें इसका सीमित सेवन करना चाहिए।
2. कब्ज की शिकायत
अगर अरबी को ठीक से नहीं पकाया गया हो, तो इसकी चिपचिपी बनावट आंतों में रुकावट पैदा कर सकती है। यह मल त्याग में कठिनाई और कब्ज का कारण बन सकती है। अधपकी या तली हुई अरबी विशेष रूप से पाचन तंत्र पर भारी पड़ती है।
3. स्किन एलर्जी का खतरा
अरबी में कैल्शियम ऑक्सलेट क्रिस्टल पाए जाते हैं, जो कुछ लोगों की त्वचा को इरिटेट कर सकते हैं। इससे खुजली, रैश और जलन जैसी एलर्जी हो सकती है। यदि अरबी छूने या खाने के बाद स्किन पर कोई प्रतिक्रिया हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
4. जोड़ों में दर्द बढ़ा सकती है
गठिया या आर्थराइटिस के मरीज़ों को अरबी से सावधान रहना चाहिए। इसमें मौजूद ऑक्सालेट्स शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ाकर जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बन सकते हैं।
5. वजन बढ़ने का खतरा
अरबी में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। यदि आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो अरबी का अधिक सेवन आपके वेट लॉस गोल्स को प्रभावित कर सकता है।
6. किडनी स्टोन का खतरा
कैल्शियम ऑक्सलेट की अधिक मात्रा शरीर में किडनी स्टोन यानी पथरी बना सकती है। किडनी की समस्या से जूझ रहे लोगों को खासतौर पर अरबी से परहेज़ करना चाहिए।
7. शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव
अरबी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है, जिससे डायबिटीज़ के मरीज़ों का ब्लड शुगर अचानक बढ़ सकता है। फाइबर मौजूद होने के बावजूद इसका अधिक सेवन टाइप 2 डायबिटीज वालों के लिए हानिकारक हो सकता है।
अरबी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक सब्ज़ी जरूर है, लेकिन हर चीज़ की तरह इसका सेवन भी संतुलन में करना जरूरी है। यदि आपको पाचन, एलर्जी, या किडनी से संबंधित समस्या है, तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह जरूर लें।