Lucknow: उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है। बीते कुछ दिनों से जारी बारिश और तेज झोंकेदार हवाओं का सिलसिला अब पूरी तरह थम गया है। बंगाल की खाड़ी में बने गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के प्रभाव के समाप्त होने के बाद प्रदेश में मौसम अब शुष्क और साफ बना हुआ है। दिन में खिली धूप लोगों को राहत दे रही है, वहीं रात और सुबह के समय हल्की ठंड और कोहरे का असर महसूस किया जा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक प्रदेश में बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन तापमान में उतार-चढ़ाव और कोहरे की शुरुआत से मौसम में ठंडक बनी रहेगी।
बारिश थमी, अब रहेगा शुष्क मौसम
राजधानी लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में 3 नवंबर को मौसम पूरी तरह साफ़ रहने का अनुमान है। पश्चिमी और पूर्वी दोनों हिस्सों में अब बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने बताया कि 3 से 8 नवंबर तक प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा देखने को मिल सकता है, विशेषकर तराई और पूर्वांचल के इलाकों में।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि चक्रवात मोंथा के प्रभाव के कारण बीते हफ्ते कई जिलों में तेज हवाएं और हल्की बारिश देखने को मिली थी, लेकिन अब उसका असर पूरी तरह समाप्त हो गया है। अगले एक सप्ताह तक प्रदेश में किसी बड़े मौसमीय परिवर्तन की संभावना नहीं है।
कोहरे और धुंध की दस्तक
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 3 और 4 नवंबर की सुबह तराई क्षेत्रों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छिछले से मध्यम कोहरे की स्थिति बन सकती है। हालांकि यह कोहरा दिन चढ़ने के साथ समाप्त हो जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरे की स्थिति फिलहाल सीमित रहेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे रातें लंबी होंगी, कोहरे की तीव्रता और अवधि दोनों बढ़ेंगी। फिलहाल यह शुरुआती कोहरे का दौर है, जो आने वाले दिनों में घना रूप भी ले सकता है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
पिछले 48 घंटों में उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में 6 से 8 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे दिन का तापमान सामान्य के करीब पहुंच गया है। हालांकि, न्यूनतम तापमान अभी भी सामान्य से थोड़ा कम बना हुआ है।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में लगभग 2 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है। इसके बाद 2 डिग्री की हल्की बढ़ोतरी होगी और फिर अगले कुछ दिनों में 2-3 डिग्री की क्रमिक गिरावट दर्ज की जा सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
4-5 नवंबर के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश के उत्तरी इलाकों में आंशिक बादल छा सकते हैं। हालांकि, इस प्रणाली से किसी प्रकार की वर्षा की संभावना नहीं है। इससे केवल हल्की ठंड और सुबह-शाम की नमी में बढ़ोतरी हो सकती है।
स्कूलों के समय में बदलाव
लखनऊ सहित कई जिलों में बारिश और मौसम में हुए बदलाव के चलते स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है। अब कक्षाएं थोड़ी देर से शुरू होंगी ताकि बच्चों को सुबह की ठंड और कोहरे से बचाया जा सके। जिला प्रशासन ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
दीर्घकालिक पूर्वानुमान
दीर्घावधि पूर्वानुमान के अनुसार, नवंबर माह में तराई क्षेत्रों में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रह सकता है, जबकि पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश में यह सामान्य से थोड़ा कम रहेगा। वहीं रात का औसत न्यूनतम तापमान अधिकांश जिलों में सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं।
किसानों और आमजन के लिए सलाह
मौसम विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि आने वाले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा, इसलिए रबी फसलों की बुवाई के लिए यह उपयुक्त समय है। वहीं आमजन को सुबह और देर रात के समय यात्रा करते हुए कोहरे और दृश्यता में कमी का ध्यान रखने की सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में फिलहाल शुष्क और स्थिर मौसम का दौर जारी रहेगा। दिन में हल्की धूप और रात में बढ़ती ठंड के बीच मौसम सुहावना बना रहेगा। आने वाले दिनों में कोहरे की स्थिति और ठंडक में धीरे-धीरे इजाफा होगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले सप्ताह तक प्रदेश में बारिश या तेज हवाओं की कोई संभावना नहीं है।

