UttarPradesh: सरकार ने किया बड़ा बदलाव, बदल रही है राम नगरी की सूरत..

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को लेकर संजीदा योगी सरकार के अब तक के तीन साल के कार्यकाल में राम की नगरी अयोध्या को विश्व पर्यटन मानचित्र में अहम स्थान दिलाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुयी है।

योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)


अयोध्या: उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को लेकर संजीदा योगी सरकार के अब तक के तीन साल के कार्यकाल में राम की नगरी अयोध्या को विश्व पर्यटन मानचित्र में अहम स्थान दिलाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुयी है। दशकाें से लंबित रामजन्मभूमि विवाद का ऐतिहासिक फैसला पिछले साल आने के बाद भव्य राममंदिर के निर्माण की प्रक्रिया परवान चढ़ चुकी है वहीं सरयू तट पर हर साल दीपोत्सव के भव्य आयोजन ने पूरी दुनिया का ध्यान पौराणिक नगर की ओर आकर्षित किया। योगी सरकार ने फैजाबाद जिले का नाम बदल कर उसे सदियों पुराना नाम अयोध्या दिया। रामायण सर्किट की थीम पर राम की नगरी के गली नुक्कड़ से लेकर चौराहाें तक को चमकाने की कवायद जारी है। भगवान राम की 251 फिट ऊंची प्रतिमा के लिये जमीन चिन्हित की जा चुकी है। यहां जारी निर्माण कार्यो की तेजी को देखकर लगता है कि अगले एक साल में धार्मिक नगरी नये कलेवर में नजर आयेगी।

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वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ ने सरयू तट के राम की पैड़ी पर एक लाख अस्सी हजार दीप जलाकर दीपोत्सव का कार्यक्रम सम्पन्न कराया था जबकि 2018 में तीन लाख 85 हजार दीप जलाये गये थे। पिछले साल सरयू तट पर चार लाख तथा एक लाख 51 हजार विभिन्न धार्मिक स्थलों पर दीप जला कर दीपोत्सव मनाया गया था। रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत रामकथा गैलरी, दिगम्बर अखाड़ा में बहुउद्देश्यीय हॉल का निर्माण, अयोध्या बाईपास के निकट मल्टी लेवल कार पार्किंग, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर यात्रियों के ठहरने का प्रबंध, राम की पैड़ी, बस डिपो स्टैंड का निर्माण, अयोध्या के मुख्य मार्ग एवं फुटपाथ के नवीनीकरण का निर्माण, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, पैदल यात्री मार्ग के नवीनीकरण का निर्माण, रामकथा पार्क का विस्तारीकरण का कार्य प्रगति पर है।

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स्टेज पर ग्रेनाइट पत्थर की फ्लोरिंग, सामुदायिक शौचालय के निर्माण का कार्य, यात्री विश्राम गृह, दशरथ भवन के पास, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र, परिक्रमा मार्ग पर गेट का निर्माण, रैन बसेरा स्ट्रक्चर जैसे विभिन्न कार्यों पर सरकार कई करोड़ों का प्रोजेक्ट बना करके काम करा रही है हालांकि धरातल में अभी यह काम लाेगों को नजर नहीं आ रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भगवान श्रीराम की 251 फिट ऊंची भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापना के लिये जिला प्रशासन ने ग्राम मांझा बरहटा में 24 हेक्टेयर जमीन चिन्हित कर ली है लेकिन किसानों की सहमति न मिलने से कार्य अधर में लटका हुआ है। इसके लिये सौ करोड़ रुपया जिलाधिकारी को मिल गया है। पिछले साल नौ नवम्बर को उच्चतम न्यायालय का फैसला श्रीरामजन्मभूमि के पक्ष में आने के बाद पूरे विश्व की निगाह भगवान रामलला के भव्य मंदिर के निर्माण पर टिकी है वहीं पूरे अयोध्या नगर को एक आदर्श तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने का सरकार प्रयास कर रही है।

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अयोध्या के विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि अयोध्या का विकास निरन्तर जारी है। यह सारा विकास एक वर्ष बाद ही दिखायी पड़ेगा। श्रीरामजन्मभूमि के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला आने के बाद अयोध्या के विकास में बहुत तेजी आयी है। अयोध्या में प्रस्तावित हवाई अड्डा, निर्माणाधीन वृहद बस अड्डा, अयोध्या रेलवे स्टेशन का विकास, राम की पैड़ी पर सतत जल प्रवाह, गुप्तार घाट, लक्ष्मण घाट समेत अन्य दर्शनीय स्थलों का विकास, प्रत्येक वर्ष दीपोत्सव का आयोजन सरकार कर रही है। उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने तीन साल में अयोध्या को पर्यटन स्थल बनाने के लिये विभिन्न योजनाओं के तहत काम कराये जा रहे हैं। रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के बाद यहां आने वाले पर्यटकों की तादाद में इजाफा तय है जबकि अगले दो सालों में उनकी सरकार अयोध्या को उसका पौराणिक स्वरूप लौटाने के लिये रात दिन एक कर देगी।

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गुप्ता ने बताया कि 400 करोड़ रूपये की लागत से अयोध्या में हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही प्रगति पर है। रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में 83़ 72 करोड़ रूपये की लागत से रामकथा गैलरी, दिगम्बरा अखाड़ा में मल्टी पर्पज हाल, अयोध्या बाईपास के निकट मल्टी लेवल कार पार्किंग, पंचकोसी परिक्रमा पर यात्री छादक, सिटी वाइड इन्टरवेन्शन कार्य, बस डिपो स्टैंड, अयोध्या मुख्य मार्ग एवं फुटपाथ के नवीनीकरण कार्य, अयोध्या मुख्यमार्ग एवं फुटपाथ के नवीनीकरण का कार्य, अयोध्या मुख्यमार्ग हनुमानगढ़ी, कनक भवन पैदल यात्री मार्ग के नवीनीकरण का कार्य सम्पन्न हो रहा है। अयोध्या में 33.28 करोड़ रूपये की लागत से न्यायालय के भवन के निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। अयोध्या नगर क्षेत्र में 74.05 करोड़ की लागत से ब्रांच सीवर लाइन में 56.20 किमी का निर्माण कार्य कराया गया है। राम की पैड़ी में अविरल जल प्रवाह हेतु 24.81 करोड़ की लागत से राम के पैड़ी की रिमॉडलिंग का निर्माण कार्य किया जा रहा है। गुप्तार घाट में 35.64 करोड़ की लागत से घाट का विकास का निर्माण कार्य तथा नामित गंगे योजना के अन्तर्गत 37.67 करोड़ की लागत से इंटर सेप्सन एण्ड डाइवर्जन का भी कार्य किया जा रहा है। (वार्ता)

 










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