कोटा के तालाब में दो किशोर डूबे, परिवार ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

डीएन ब्यूरो

राजस्थान के कोटा जिले में नवविकसित एक आवासीय कालोनी के नजदीक कथित अवैध खनन से बने तलाब में दो किशोरों की डूबकर मौत हो गई। इस बीच, परिवार ने इलाके में इस संकट के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
फाइल फोटो


कोटा: राजस्थान के कोटा जिले में नवविकसित एक आवासीय कालोनी के नजदीक कथित अवैध खनन से बने तलाब में दो किशोरों की डूबकर मौत हो गई। इस बीच, परिवार ने इलाके में इस संकट के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि घटना जिले के रानीपुर पुलिस थाने के अंतर्गत देवनारायण आवासीय योजना कालोनी के नजदीक शुक्रवार को हुई।

रानीपुर पुलिस थाने के सहायक उप निरीक्षक ने बताया कि हंसराज गुर्जर (15) और शेतन गुर्जर (14) अपने मवेशियों को शुक्रवार की दोपहर पानी पिलाने तलाब के पास ले गए थे , तभी उनमें से एक का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया।

उन्होंने बताया कि उसे बचाने के लिए दूसरे किशोर ने भी पानी में छलांग लगा दी और दोनों डूब गए।

अधिकारी ने बताया कि दोनों किशोर आवासीय कॉलोनी के निवासी थे जिसे राज्य सरकार ने पशुपालकों के लिए बनाया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कॉलोनी में पानी की कमी के लिए सरकारी अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए मृतकों के परिजनों ने स्थानीय निवासियों के साथ शनिवार को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया और 10-10 लाख रुपये मुआवजे की मांग की।

उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की और शवों का पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया। हालांकि, अधिकारियों द्वारा जल संकट का समाधान करने का आश्वासन दिए जाने के बाद परिवार शवों का पोस्टमॉर्टम कराने को तैयार हो गए।

सहायक उप निरीक्षक ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद कोटा नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और दोनों लड़कों का शव शुक्रवार रात करीब आठ बजे तालाब से बाहर निकाला।

उन्होंने बताया कि शवों का पोस्टमॉर्टम कराने के बार उन्हें शनिवार को परिजनों को सौंप दिया गया एवं मामले में सीआरपीसी की धारा-174 के तहत प्राथमिकी दर्ज क जांच कर रही है।










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