सिद्धरमैया ने ‘जनता दर्शन’ में लोगों की समस्याएं सुनीं, भाजपा ने ‘छलावा’ बताया
कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग सोमवार को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के आवास कार्यालय ‘कृष्णा’ में आयोजित ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
बेंगलुरु: कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग सोमवार को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के आवास कार्यालय ‘कृष्णा’ में आयोजित ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सभी सरकारी विभागों के अधिकारी जनता की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिए वहां उपस्थित थे।
हासन, चिक्कमगलुरु, कालाबुर्गी, मैसुरू, बेलगावी, हावेरी और तुमकुरु जैसे राज्य के सुदूर क्षेत्रों के लोग भी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए राजधानी बेंगलुरु पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों की समस्याओं को सुना, उनकी लिखित शिकायतें प्राप्त कीं और उन्हें संबंधित विभागों तथा अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण के लिए सौंप दिया।
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इस दौरान कुछ फेरी वालों ने बेंगलुरु के पुलिस अधिकारियों और निगम अधिकारियों द्वारा परेशान किये जाने की शिकायत की तो कुछ वरिष्ठ नागरिक वृद्धावस्था पेंशन के मुद्दे को लेकर सिद्धरमैया के सामने पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे वेंकट राज नामक व्यक्ति को एक लाख रुपये की सहायता मंजूर की थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार सिद्धरमैया को कुल 1,805 याचिकाएं मिलीं, जिनमें से 37 मामलों में कार्रवाई की गई और 1,768 आवेदन लंबित हैं।
‘जनता दर्शन’ के अंत में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी कि जिन शिकायतों का निवारण जिला स्तर पर हो जाना चाहिए, वे बेंगलुरु नहीं आनी चाहिए।
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इस बीच विपक्षी भाजपा ने ‘जनता दर्शन’ को छलावा मात्र करार दिया।
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा, ‘‘जनता दर्शन की कोई जरूरत नहीं थी। यह छलावा है। अगर अकेले वह (सिद्धरमैया) इसका आयोजन करते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा। सभी मंत्रियों को ऐसा आयोजन करना चाहिए। उन्हें अपने मंत्रियों से पूछना चाहिए कि उन्होंने अपने-अपने जिलों में यह आयोजन क्यों नहीं किया।’’