पुंछ आतंकवादी हमला: पंजाब के शहीद जवानों के परिवारों ने आंतकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादी हमले में शहीद पांच जवानों में शामिल चार जवानों के पंजाब स्थित गांवों में गुस्से और मातम का माहौल है। शहीद सैनिकों के परिवारों की मांग है कि भारतीय सेना आतंकवादियों के इस 'कायराना कृत्य' का मुंहतोड़ जवाब दे।
चंडीगढ़: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादी हमले में शहीद पांच जवानों में शामिल चार जवानों के पंजाब स्थित गांवों में गुस्से और मातम का माहौल है। शहीद सैनिकों के परिवारों की मांग है कि भारतीय सेना आतंकवादियों के इस 'कायराना कृत्य' का मुंहतोड़ जवाब दे।
आतंकी हमले में शहीद हुए हवलदार मनदीप सिंह, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह और सिपाही सेवक सिंह पंजाब से थे, जबकि एक अन्य जवान ओडिशा का रहने वाला था। बृहस्पतिवार को एक आतंकवादी हमले के बाद सेना के वाहन में आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए थे।
अधिकारियों के अनुसार, पंजाब के चारों सैनिकों के पार्थिव शरीर को सड़क के रास्ते उनके पैतृक गांवों में भेजा जा रहा है।
मोगा जिले के चारिक गांव में, कुलवंत के भाई ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि सरकार और सेना को हमले का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।
ग्रामीणों के मुताबिक, कुलवंत के पिता भी सशस्त्र बलों में थे और करगिल युद्ध में शहीद हुए थे। उस समय कुलवंत लगभग दो साल के थे।
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एक ग्रामीण ने कहा, “उनके पिता करगिल युद्ध में शहीद हुए थे। पूरा गांव सदमे में है।”
बठिंडा के बाघा गांव में सिपाही सेवक सिंह की बड़ी बहन अपने भाई की मौत से सदमे में हैं। ग्रामीणों की मांग है कि सेना आतंकवादियों की 'कायरतापूर्ण हरकत' का मुंहतोड़ जवाब दे।
वहीं, बटाला के तलवंडी बार्थ गांव में सिपाही हरकिशन सिंह के घर पर ग्रामीणों ने मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
हवलदार मनदीप सिंह लुधियाना जिले के रहने वाले थे।
मोगा जिले में पत्रकारों से बात करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चारों सैनिकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
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उन्होंने कहा, “हमें इस घटना (आतंकवादी हमले) में पांच जवानों के शहीद होने का बेहद दुखद समाचार मिला, जिनमें से चार पंजाब के थे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नायकों ने देश की एकता की रक्षा के लिए समर्पण दिखाया और उनका बलिदान उनके साथी सैनिकों को और भी समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने कहा, “इस आजादी को बरकरार रखने के लिए हमारे बहादुर जवान सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं।”
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने कहा कि जवानों के शहीद होने की खबर सुनकर उन्हें गहरा दुख हुआ है। उन्होंने कहा कि मातृभूमि के लिए शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और देश के लोग उन्हें हमेशा याद रखेंगे और उनका सम्मान करेंगे।