बिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे पीएम मोदी, जानिये क्या बोले अफ्रीकी विदेश मंत्री

डीएन ब्यूरो

दक्षिण अफ्रीका सरकार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 अगस्त से यहां होने वाले अगले ‘ब्रिक्स’ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

दक्षिण  अफ्रीकी विदेश मंत्री
दक्षिण अफ्रीकी विदेश मंत्री


जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका सरकार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 अगस्त से यहां होने वाले अगले ‘ब्रिक्स’ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका सरकार ने उन ‘‘अफवाहों’’ को खारिज कर दिया, जिनमें मोदी के पांच देशों के समूह की बैठक में हिस्सा नहीं लेने की बात कही गई थी।

दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स में शामिल हैं। ये सभी देश 41 फीसदी वैश्विक आबादी, 24 फीसदी वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद और 16 फीसदी वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं।

दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग मंत्री नालेदी पंडोर ने शिखर सम्मेलन के 15वें संस्करण के लिए देश की तैयारियों की जानकारी देते हुए सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि ब्राजील, चीन, भारत और मेजबान दक्षिण अफ्रीका के नेता चर्चाओं में भाग लेंगे।

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के वारंट के कारण रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वीडियो कांफ्रेंस के जरिए भाग लेंगे।

पंडोर ने प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘मैंने सरकार के विभिन्न सहयोगियों से बात की और हर कोई इस अफवाह से चकित है। मुझे लगता है कि कोई हमारे शिखर सम्मेलन में बाधा पैदा करने की कोशिश कर रहा है और वही इस तरह की अफवाहों को हवा दे रहा है।’’

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पंडोर ने यह भी कहा, ‘‘भारत के प्रधानमंत्री ने कभी नहीं कहा कि वह शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। मैं विदेश मंत्री एस जयशंकर के लगातार संपर्क में हूं। उन्होंने भी कभी ऐसा नहीं कहा।’’

विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते नयी दिल्ली में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहानिसबर्ग जाएंगे।

मंत्रालय ने बताया था कि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने 22-24 अगस्त 2023 को दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया और उन्हें इसकी तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

दोनों नेताओं के बीच टेलीफोन पर बातचीत के बाद तीन अगस्त को विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि प्रधानमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। मंत्रालय ने कहा था कि मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहानिसबर्ग की अपनी यात्रा के लिए उत्सुक हैं।

पंडोर से सवाल पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति रामाफोसा के फोन कॉल के बाद प्रधानमंत्री मोदी आने के लिए सहमत हुए। इस पर उन्होंने कहा कि मोदी को कई मामलों की जानकारी देने के लिए रामफोसा द्वारा उन्हें फोन करना पहले से ही तय था।

उन्होंने कहा, ‘‘फोन कॉल हमारे एजेंडे में था। इसका (मोदी के) उपस्थित न होने की अफवाह से कोई लेना-देना नहीं है।’’










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