जम्‍मू कश्‍मीर के नेशनल हाईवे पर कार में धमाका, सीआरपीएफ काफिला सुरक्षित

डीएन ब्यूरो

जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर बनिहाल के पास एक कार में धमाका हुआ है। बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ काफिले की एक बस को टक्कर मारने के बाद कार में धमाका हुआ। धमाके में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर बनिहाल के पास एक कार में धमाका
श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर बनिहाल के पास एक कार में धमाका


श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर एक संदिग्‍ध कार ने पहले सीआरपीएफ काफिले की एक बस को टक्कर मारी, उसके बाद कार में धमाका हो गया। धमाके में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। इस काफिले में सीआरपीएफ की 6-7 बस थी और करीब 40 जवान थे। शुरुआती जांच के आधार पर धमाके वजह सिलेंडर फटना बताया जा रहा है।

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर शनिवार को एक सैंट्रो कार ने पहले सीआरपीएफ काफिले में शामिल बस में टक्‍कर मार दी। टक्‍कर के बाद जोरदार धमाका हुआ जिससे कार के परखच्‍चे उड़ गए। धमाके से अफरा-तफरी मच गई। यह धमाका बनिहाल के पास हुआ। काफिले में शामिल एक बस को नुकसान पहुंचा है। वहीं, कार का ड्राइवर मौके से फरार हो गया। मामले की जांच चल रही है कि ड्राइवर धमाके से पहले भागा या फिर बाद में और इसमें आतंकी हाथ है या नहीं।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार जानकारी के मुताबिक, बनिहाल सुरंग के पास रिहाइशी इलाके से दूर एक सेंट्रो कार जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर खड़ी थी। जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला नजदीक आया है, तभी कार ने सीआरपीएफ के एक बस को टक्कर मारी और जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके के कारण बस को मामूली नुकसान पहुंचा है। मौके से कार का ड्राइवर फरार है। फिलहाल, ड्राइवर और कार मालिक की तलाश की जा रही है।

सीआरपीएफ सूत्रों ने इसे आतंकवादी हमला मानने से इनकार किया है। हालांकि पुलवामा के बाद इस हादसे के होने से एक बार फिर सीआरपीएफ जवानों की सुरक्षा में लापरवाही के सवाल उठ रहे हैं।

सीआरपीएफ ने एक बयान जारी कर बताया है कि शनिवार को जम्‍मू कश्‍मीर के बनिहाल इलाके में सुरंग के पास 10.30 बजे एक कार में धमाका हुआ। जिस जगह घटना हुई, उसके पास से हमारा काफिला गुजर रहा था। धमाके के चलते एक वाहन के पिछले शीशे टूट गए। हालांकि इसमें कोई भी जवान जख्मी नहीं हुआ।

गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर एक कार से ही आत्‍मघाती हमला हुआ था। हमले में 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों पर पिछले तीन दशकों में यह सबसे बड़ा हमला था। इस सबके बावजूद आज का यह धमाका सुरक्षा के इंतजामों पर सवालिया निशान लगा रहा है।










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