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महराजगंजः अधिकारियों ने बताई बिजली कर्मियों के सुरक्षा की प्रमुख बातें, जानें क्या सावधानी बरतें तभी हादसों पर लगेगा विराम

महराजगंज जनपद के बिजली विभागों पर 18 प्रकार के सुरक्षा उपकरण दिए गए हैं। बिजली का कार्य करने वाले कर्मचारी यदि इन उपकरणों का प्रयोग करें तो निश्चित ही उनकी बेशकीमती जान बच सकती है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंजः अधिकारियों ने बताई बिजली कर्मियों के सुरक्षा की प्रमुख बातें, जानें क्या सावधानी बरतें तभी हादसों पर लगेगा विराम

कोल्हुई (महराजगंज): जिले मे बिजलीकर्मियों के साथ लगातार हादसे हो रहे हैं। अभी हाल में निचलौल में ट्रांसफार्मर मरम्मत के दौरान हुई घटना ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया था।

डाइनामाइट न्यूज की टीम ने जिले के कुछ विद्युत उपकेंद्रों पर लाइनमैनों से बात किया कि आखिर ऐसे हादसे किस कमियों के कारण घटित हो रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों जेई और एसडीओ से वार्ता किया तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।

बोले बिजली कर्मी 
टीम ने विद्युत उपकेंद्र कोल्हुई, लक्ष्मीपुर, अड्डाबाजार पर लाइनमैनों  से बात किया। कोल्हुई उपकेंद्र पर 10 लाइनमैन तैनात हैं, जो वर्ल्ड क्लास सर्विसेस नामक कंपनी के तहत कार्य करते हैं। कर्मचारियों से सेफ्टी किट के बारे मे पूछने पर पता चला कि सेफ्टी किट मिला हुआ है, लेकिन मौके पर जांच करने पर फर्स्ट एड बॉक्स पर्याप्त मात्रा में नहीं मिले।

कर्मचारियों ने बताया वो सेफ्टी किट पहन कर ही पोल पर चढ़ते हैं या अन्य बिजली का कार्य करते हैं। हादसों के बारे में उन्होंने बताया कि कभी-कभी शट डाउन लेने के बाद भी हवाई करंट भी हादसे का कारण बन जाते हैं। कर्मचारियों को चाहिए कि जब भी कोई फॉल्ट या बिजली सम्बन्धित कार्य करे तो एसएसओ को आधिकारिक मोबाइल पर शट डाउन सुनिश्चित करने के बाद ही कार्य करे।

सब स्टेशन ऑपरेटर के सुझाव
एसएसओ सब स्टेशन ऑपरेटर अरविंद, एकबाल ने बताया कि शटडाउन लेने के बाद भी कभी-कभी इनवर्टर से रिटर्न करंट आ जाता है, या 11 हज़ार के ऊपर गुजरी क्रॉसिंग भी हादसे का कारण बनती है। उन्होंने एक बड़ा सुझाव दिया कि बिजली का कार्य करने से पहले लाइनमैन उल्टे हाथ से एक बार चेक कर लें कि लाइट आ रहीं है कि नहीं, अगर करंट मारेगा तो उल्टा ही मारेगा। साथ ही सेफ्टी उपकरण पहन कर ही कोई कार्य करें।

इन सेफ्टी किट का प्रयोग जरूरी 
बिजली विभाग के कर्मचारियों को 18 प्रकार के सुरक्षा उपकरण दिए जाने का प्रावधान है। इसमें हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट, अर्थ चेन, कटिंग प्लायर, ग्लब्स, सीढ़ी, रस्सा, चैनपुली ब्लॉक, फर्स्ट एड बॉक्स, टेस्टर, स्पेनर सेट, वर्दी, आईडी कार्ड, शूज, टार्च, स्क्रू ड्राइवर, अर्थ रॉड और रेन कोट आदि शमिल हैं।अ धिकारियों को चाहिए समय समय पर कर्मचारियों की जांच करना चाहिए कि ये उपकरण के साथ ही कार्य करें।

जेई ने बताया कि लाइनमैनों को बार-बार कहा जाता है कि सेफ्टी उपकरण पहन कर ही बिजली संबन्धित कार्य करें। कार्य करने के दौरान सभी सुरक्षा मानकों का ध्यान रखें, लेकिन बार बार समझाने के बाद भी बिजलीकर्मी ध्यान नहीं देते हैं।
 

बिजली विभाग के एसडीओ भूनेश सिंह ने बताया कि बिजली कर्मियों को निर्देशित किया जाता है कोई भी कार्य करने से पहले प्रापर वे में शट डाउन लेंगे। पहले अपने सुरक्षा का ध्यान देंगे। पोल पर चढ़ने के पहले तार फेंककर पहले ये सुनिश्चित करेंगे कि कहीं बिजली प्रवाहित तो नहीं है। कार्य करते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। सेफ्टी उपकरण पहन कर ही कर्मचारी कार्य करें। उन्होंने बताया उच्चाधिकारियों के साथ वीसी के दौरान भी बिजलीकर्मियों के सुरक्षा को लेकर व्यापक चर्चा हुई है।

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