बार-बार बुलाते रहते हैं बैठक योगी, क्या कभी निकलता है कोई नतीजा

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर बुधवार को फिर एक बार अधिकारियों के साथ बैठक की। यूपी में आजकल अपराधियों ने कोहराम मचा रखा है, जनता में भय का माहौल व्याप्त है और चिंतित योगी आये दिन बैठकें भी करते रहते है लेकिन नतीजा ढ़ाक के तीन पात। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)


लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अपराधियों ने आजकल कोहराम मचाया हुआ है। सूबे में कहीं रेप, कहीं हत्या, छेड़खानी और कच्ची शराब के मामले सामने आ रहे है। पिछले कुछ दिनों से सूबे में बढ़ रही आपराधिक वारदातों से जनता में भारी भय है। यह माहौल तब है, जब सीएम योगी अपराधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री बनने के बाद से लगातार सख्त रवैय्या अपनाये हुए है। सवाल उठता है कि अपराध के खिलाफ योगी सरकार को आखिर कब सफलता मिलेगी।

राज्य में बढ़ते अपराधों से चिंतित सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भी बैठक की और अधिकारियों को इससे निपटने के सख्त आदेश दिये। सीएम योगी ने सत्ता संभालने के बाद से ही अपराधियों के खिलाफ कई तरह के अभियान छेड़े हैं। अपराध की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सीएम ने यूपी के सीनियर आईपीएस अफसरों की बैठक बुलाई और एक बार पुलिस अधिकारियों को अपराध और अपराधियों से किसी तरह का समझौता न करने की सख्त हिदायत दी है।

सत्ता संभालने का बाद से ही सीएम योगी राज्य से भय, भूख और भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करने की अपनी प्राथमिकता पर काम कर रहे हैं, लेकिन अपराध को खत्म करने के मोर्चे पर उनके हिस्से में नाकामी आ रही है। हालांकि इसके लिये योगी कम और उनके अफसरों को ज्यादा जिम्मेदार माना जायेगा।

राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर योगी के विरोधी यहां तक कहने लगी है कि योगी बार-बार बैठक बुलाते है लेकिन कोई नतीजा निकलता नहीं क्योंकि अपराध खत्म नहीं हो रहे हैं। 

 










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