गोरखपुर: भक्तों की हर मुराद पूरी करती हैं कोटही माता, घने जंगलों के बीच स्थित है देवी का मंदिर

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर में कोटही माता मंदिर में भक्तों की हर मुराद पूरी होती हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर

मां कोटही स्थान
मां कोटही स्थान


गोरखपुर: आस्था और श्रद्धा का केंद्र माने जाने वाला कोटही माता का मंदिर गोरखपुर जनपद के खजनी कस्बे के रुद्रपुर गांव में स्थित है। घने जंगलों के बीच बसे इस मंदिर की मान्यता दूर-दूर तक फैली हुई है। विशेष रूप से नवरात्र के अवसर पर यहां भक्तों का तांता लगा रहता है, जो माता के दरबार में अपनी मन्नतें लेकर पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मुराद मां अवश्य पूरी करती हैं।

नवरात्र में उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड़

नवरात्रि के पावन अवसर पर कोटही माता मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। श्रद्धालु दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं और माता के दर्शन कर अपनी आस्था प्रकट करते हैं। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए भक्तगण मां के चरणों में शीश नवाते हैं। खासकर चैत्र नवरात्रि में मंदिर में भक्तों की भीड़ अधिक होती है, जिससे यह स्थल और भी अधिक धार्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत हो जाता है।

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घने जंगलों के बीच विराजमान हैं कोटही माता

मान्यताओं के अनुसार, प्राचीन काल में यह क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ था, जहां दिन के समय भी लोगों को जाने में भय लगता था। इस निर्जन स्थान में केवल बंजारे ही निवास करते थे। कहा जाता है कि उन्हीं बंजारों ने माता की आराधना की, जिससे प्रसन्न होकर माता ने उन्हें अपने दिव्य दर्शन दिए। इसके पश्चात उन्होंने माता की पिंडी स्थापित की। कालांतर में जंगलों की कटाई होने पर यह स्थान आम जनता के लिए सुगम हो गया और धीरे-धीरे एक आस्था का केंद्र बन गया।

बंजारों की कुल देवी हैं मां कोटही

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 डाइनामाइट न्यूज संवादाता अनुसार गोरखपुर मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर रुद्रपुर खजनी में स्थित मां कोटही का मंदिर बंजारों की कुल देवी मानी जाती हैं। बताया जाता है कि प्राचीन काल में जब बंजारों को घने जंगल में मां कोटही की पिंडी प्राप्त हुई, तब से वे इसे अपनी कुल देवी के रूप में पूजने लगे। हर वर्ष रामनवमी के अवसर पर बंजारे यहां गाजे-बाजे के साथ नाचते-गाते आते हैं और अपनी कलाकृति का प्रदर्शन करते हैं। यह परंपरा आज भी जीवित है और मंदिर की आध्यात्मिकता को और अधिक बढ़ाती है।

मां के दरबार में पूरी होती हैं मनोकामनाएं

मंदिर में दर्शन करने आने वाले भक्तों का मानना है कि मां कोटही देवी के दरबार में सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। यह मंदिर सदियों पुराना बताया जाता है और इसकी आध्यात्मिक ऊर्जा आज भी भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती है। हर साल नवरात्रि में हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।










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