Uttar Pradesh ADJ Suicide Case: यूपी में अपर जिला जज ने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर दी जान, उठ रहे कई सवाल
उत्तर प्रदेश में तैनात अपर जिला जज योगेश कुमार ने अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जज की फांसी की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। जानिये पूरी रिपोर्ट
गाजियाबाद: देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अपर जिला जज द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। आत्महत्या की इस खबर से हड़कंप मचा गया। 46 वर्षीय मजिस्ट्रेट योगेश कुमार शर्मा का शव उनके सरकारी आवास पर से फांसी ले लटकता मिला। पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मानकर चल रही है। सुसाइड के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन इस मामले को लेकर कई तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं।
मूल रूप से मेरठ के रहने वाले योगेश शर्मा गाजियाबाद के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद पर कोर्ट संख्या-9 में तैनात थे। मजिस्ट्रेट योगेश कुमार ने जज कॉलोनी में आज सुबह फांसी से लटककर अपनी जान दे दी। उनका शव उनके सरकारी आवास फ्लैट संख्या 303 टॉवर 2 जजेस रेजिडेंस, मॉडल टॉउन, थाना सिहानीगेट से बरामद किया गया।
सुसाइड की जानकारी मिलते ही मजिस्ट्रेट को तुरंत यशोदा अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
योगेश शर्मा की 17 मार्च 2020 को ही गाजियाबाद जिला अदालत में नियुक्ति हुई थी। एडीजे के पद पर यह उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी। उनके परिवार में पत्नी सुचिता शर्मा और बेटा मनु शर्मा (15 वर्ष) और बेटी नंदिनी (12 वर्ष) हैं। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है।
युवा जज की फांसी की खबर से पुलिस और संबंधित विभाग भी हैरान हैं। उनके आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और कई लोगों से पूछताछ की जा रही है।