नोएडा प्राधिकरण का फर्जी लेखा अधिकारी बनकर करोड़ों की ठगी, पुलिस ने इस तरह किया आरोपी को गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

नोएडा प्राधिकरण का फर्जी लेखा अधिकारी बनकर बैंक खातों से तीन करोड़ 80 लाख रुपये निकालने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को अब्दुल खादर नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जो पुडुचेरी का निवासी है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

फर्जी लेखा अधिकारी बनकर करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोपी गिरफ्तार
फर्जी लेखा अधिकारी बनकर करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोपी गिरफ्तार


नोएडा: नोएडा प्राधिकरण का फर्जी लेखा अधिकारी बनकर बैंक खातों से तीन करोड़ 80 लाख रुपये निकालने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को अब्दुल खादर नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जो पुडुचेरी का निवासी है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी से पुलिस की कई टीम गहनता से पूछताछ कर रही हैं और उससे मिली जानकारी के आधार पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, लखनऊ, गुजरात, पुडुचेरी, कोलकाता सहित कई जगहों पर दबिश दी जा रही है।

अधिकारियों ने दावा किया कि गिरफ्तार आरोपी अभी घटना की पहली कड़ी है तथा इसमें कई कड़ियां और जुड़ेंगी।

मामले में पुलिस अधिकारी बैंक के अधिकारियों और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से भी पूछताछ कर रहे हैं। बैंक से निकाली गई रकम अभी तक बरामद नहीं हो पाई है। बताया जाता है कि संबंधित गिरोह के लोग कई दिन तक नोएडा के विभिन्न होटलों में ठहरे थे। पुलिस उन होटलों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।

पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरीश चंद्र ने दर्ज मामले के आधार पर बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने 23 जून को बैंक ऑफ इंडिया की सेक्टर-62 स्थित शाखा में 200 करोड़ रुपये सावधि जमा के तौर पर जमा कराए थे।

उन्होंने कहा कि प्राधिकरण ने सभी कागजात बैंक को सौंप दिए थे और बैंक की तरफ से एफडी बनाने की प्रक्रिया चल रही थी। अधिकारी ने कहा कि इस बीच अब्दुल खादर ने खुद को नोएडा प्राधिकरण का लेखा अधिकारी बताकर बैंक से तीन करोड़ 80 लाख रुपये तीन अलग-अलग खातों में हस्तांतरित करा लिए, जहां से रकम गुजरात के 15 अलग-अलग खातों में भेजी गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपी दोबारा नौ करोड़ रुपये हस्तांतरित कराना चाह रहा था कि इस बीच बैंक की एक महिला अधिकारी को शक हो गया।

अधिकारी के अनुसार, बैंक अधिकारी ने जब जांच की तो जालसाजी की बात सामने आई। बताया जाता है कि नौ करोड़ रुपये हस्तांतरित कर दिए गए थे, लेकिन महिला अधिकारी ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए रकम को ‘होल्ड’ कर दिया।

उन्होंने कहा कि घटना की जांच कर रही पुलिस टीम ने आज अब्दुल खादर को गिरफ्तार कर लिया जो पुडुचेरी का रहने वाला है।

पुलिस उपायुक्त ने कहा कि आरोपी के पास से कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं और उससे गहनता से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, गुजरात, पुडुचेरी, लखनऊ तथा कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि अब्दुल इस घटना की पहली कड़ी है तथा इसके पीछे मुख्य साजिशकर्ता कोई और है।

पुलिस को यह भी संदेह है कि गिरोह का सरगना बैंक या नोएडा प्राधिकरण का कोई अधिकारी भी हो सकता है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अब्दुल को कैसे पता चला कि नोएडा प्राधिकरण ने बैंक में 200 करोड़ रुपये सावधि जमा के तौर पर जमा कराए हैं।

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इस मामले में अब तक 200 सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की गई है और सेक्टर 62 स्थित बैंक तथा नोएडा प्राधिकरण के बाहर लगे सीसीटीवी भी खंगाले गए हैं। उन्होंने कहा कि सर्विलांस विधि की भी सहायता ली जा और कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।

इस मामले में नोएडा प्राधिकरण के वित्त अधिकारी मनोज कुमार ने चार जुलाई को थाना सेक्टर-58 में मामला दर्ज कराया था। मामले की आंतरिक जांच के लिए नोएडा प्राधिकरण ने एक समिति गठित की है।










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