सरकारी नौकरी की तलाश करने वाले ध्यान दें, वरना आपके साथ भी हो सकता है बड़ा कांड

डीएन संवाददाता

सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में आप भी इन गलतियों से बचने की कोशिश करें। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

पुलिस अधीक्षक कार्यालय
पुलिस अधीक्षक कार्यालय


बाराबंकी: बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगने वाला एक संगठित गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह का शिकार हुए एक युवक को 80 हजार रुपये देकर नौकरी मिलने की उम्मीद थी, लेकिन जब वह ज्वाइनिंग के लिए पहुंचा तो उसे वहां कोई दफ्तर नहीं मिला।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, टिकैतनगर थाना क्षेत्र के कस्बा सरावगी मोहल्ला निवासी अंकुर कुमार गुप्ता और उसका दोस्त चंद्रभान सिंह नौकरी की तलाश में थे। इस दौरान उनकी मुलाकात सर्वेश यादव उर्फ एसके सिंह और उसके दोस्त सौरभ निवासी उधौली थाना सफदरगंज से हुई।

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नौकरी दिलाने का भरोसा 

आरोप है कि सर्वेश यादव ने खुद को यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री का विशेष सचिव बताते हुए नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया। बदले में 80 हजार रुपये मांगे गए। अंकुर और उसके दोस्त ने पहले 5 हजार रुपये बैंक में ट्रांसफर किए और फिर 75 हजार रुपये नकद दे दिए।

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उसे फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर 13 फरवरी 2021 को नौकरी ज्वाइन करने को कहा गया। जब वह बताई गई जगह पर पहुंचा तो वहां न तो कोई ऑफिस था और न ही कोई अधिकारी। संपर्क करने पर उसे धमकाया गया और 50 हजार रुपये और लाने को कहा गया। जब उसने अपने रुपये वापस मांगे तो ठगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। अंकुर ने 21 फरवरी को एसपी को लिखित शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंत में उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।










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