उप्र में जिला महिला अस्पताल में लगी आग : सेवा ठप होने के बाद रेफर किये गये नवजात की मौत
बरेली के जिला महिला अस्पताल में स्थित विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग के चलते सेवा ठप होने से बदायूं के अस्पताल में स्थानांतरित किये जा रहे एक बच्चे की मौत हो गई। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
बरेली: बरेली के जिला महिला अस्पताल में स्थित विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग के चलते सेवा ठप होने से बदायूं के अस्पताल में स्थानांतरित किये जा रहे एक बच्चे की मौत हो गई। तीन अन्य बच्चों को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर त्रिभुवन प्रसाद ने एसएनसीयू के कर्मचारियों के हवाले से बुधवार को बताया कि मंगलवार को अस्पताल के बरामदे में लगी फाल्स सीलिंग में शॉर्ट सर्किट होने से चिंगारी निकलने लगी। उसके बाद बल्ब एक के बाद एक धमाके के साथ टूटने लगे और एसएनसीयू में रखी कुछ चीजों में आग लग गयी। वार्ड में मौजूद स्टाफ और परिजन घबरा गए। बचाव के लिए मेन स्विच बोर्ड से एसएनसीयू और ऑपरेशन थियेटर की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई जिसके बाद स्थिति नियंत्रित की जा सकी।
प्रसाद ने बताया कि आग लगने के कारण सेवा ठप होने के चलते एसएनसीयू वार्ड में भर्ती 11 नवजात बच्चों में से पांच को बदायूं मेडिकल कॉलेज रेफर कर एंबुलेन्स से वहां भेजा गया। इनमें से एक बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। तीन बच्चों को बदायूं मेडिकल कालेज से इटावा के सैफई मेडिकल कालेज रेफर किया गया है, जबकि एक बच्चे को बदायूं में ही रखा गया है।
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उन्होंने बताया कि अफरातफरी के बीच पांच बच्चों को उनके परिजन निजी अस्पतालों में ले गए, जबकि एक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी।
बरेली के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बुधवार को जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू का दौरा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विश्राम सिंह को पूरे प्रकरण की जाँच के आदेश दिये हैं।
राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सी.पी. सिंह ने बताया कि बरेली से पांच बच्चे रेफर किए गए थे। लेकिन इनमें से, शबाना नामक महिला के बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गयी। चार बच्चों में से तीन बच्चों की हालत बिगड़ने पर उन्हें सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। एक बच्चे का इलाज बदायूं मेडिकल कॉलेज में हो रहा है।
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इस बीच, सैफई मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर राजेश यादव ने बताया कि बदायूं मेडिकल कॉलेज रेफर होकर आए तीनों बच्चों की हालत गंभीर है। उनको आईसीयू में भर्ती किया गया है। तीनों बच्चे गंभीर संक्रमण की चपेट में हैं।