फर्रुखाबाद: गंगा और रामगंगा में बाढ़ को देखते हुए प्रशासन की तैयारियां पूर्ण, लोगो में दहशत
फर्रुखाबाद के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बरसात की बजह से गंगा और रामगंगा में नरौरा बांध से पानी छोड़ा जाने लगा है, लगतार पानी छोड़े जाने से गंगा और रामगंगा का जल स्तर बढ़ने लगा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फर्रुखाबाद: पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बरसात की बजह से गंगा और रामगंगा में नरौरा बांध से पानी छोड़ा जाने लगा है लगतार पानी छोड़े जाने से गंगा और रामगंगा का जल स्तर बढ़ने लगा है। जल स्तर बढ़ने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के बाशिंदों की नींद उड़ गई है
पहाड़ो पर लगातार हो रही बारिश की बजह से लगातार नरौरा बांध से गंगा नदी व खो, हरेली, राम नगर बांध से रामगंगा से पानी छोड़ा जा रहा है। गंगा और रामगंगा के बाढ़ के पानी से जनपद के 250 गांव हर वर्ष प्रभावित होते हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गंगा और रामगंगा का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के बाशिंदों की नींद उड़ी हुई है। कि किस समय बाढ़ का पानी उन्हें बेघर कर सकता है ।
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जिलाधिकारी डॉक्टर वीके सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिये पूरी तैयारी कर ली है। बाढ़ प्रभावित गांवों पर नजर रखने के लिए जिले 65 बाढ़ चौकी बनाई गई है।
बाढ़ प्रभावित गांवों से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर ठहराने के लिए 35 शरणालय बनाये गए हैं।
बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुचने के लिए 109 नाव को लगाया गया है। यह नाव पानी भरने पर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाने का काम करेंगी।
बाढ़ में डूबने से किसी की जान न जाये उसके लिए 63 गोताखोरों को लगाया गया है।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गंगा नदी के कटान करने से कई गांवों का अस्तित्व समाप्त हो सकता है। आधा दर्जन से अधिक गांव कभी भी गंगा नदी में समा सकते हैं। कम्पिल से लेकर कमालगंज तक करीब 65 किलोमीटर लंबा एरिया जनपद में बाढ़ से प्रभावित होता है।