डाइनामाइट न्यूज़ यूपीएससी कान्क्लेव-2018: कठिन परिश्रम है आईएएस बनने का मूल मंत्र
देश की राजधानी दिल्ली में पहली बार एक मंच पर सिविल सेवा के विभिन्न अधिकारी आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस और आईआईएस एक साथ जुटे। मौका था ‘डाइनामाइट न्यूज़ यूपीएससी कॉन्क्लेव-2018’ का। इनके सामने थे देश भर से आये आईएएस परीक्षा के प्रतियोगी। पूरी खबर..
नई दिल्ली: यदि आपने एक बार सिविल सेवा में जाने का फैसला कर लिया, तब आप किसी की कुछ मत सुनो जब तक आप सफल न हो जायें, यह कहना है इस्पात मंत्रालय भारत सरकार की सचिव डा. अरुणा शर्मा का।
डा. शर्मा रविवार को राजधानी के चिड़ियाघर में आयोजित ‘डाइनामाइट न्यूज़ यूपीएससी कॉन्क्लेव-2018’ में भारी संख्या में आये आईएएस प्रतियोगियों को संबोधित कर रही थीं। कॉन्क्लेव का विषय था: ‘सिविल सेवा परीक्षा में कैसे सफल हों?’ इस कॉन्क्लेव का स्पॉन्सर्ड पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड रहा।
आईएएस डा. अरुणा शर्मा
डा. अरुणा शर्मा ने आगे कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में पास होने के लिए कठिन परिश्रम ही, एक मात्र उपाय है। यहां तक कि भाग्य केवल एक प्रतिशत ही मायने रखता है और कठिन परिश्रम 99 प्रतिशत।
कॉन्क्लेव में उत्तर प्रदेश एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश, दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक रेनू सिंह, वित्त मंत्रालय में अधिकारी मयूषा गोयल, मुजफ्फरनगर के मुख्य विकास अधिकारी अंकित अग्रवाल और मनोज टिबड़ेवाल आकाश मुख्य वक्ता के रुप में मौजूद रहे।
आईपीएस अमिताभ यश
आईपीएस अमिताभ यश ने कहा सिविल सेवा परीक्षा के लिए हर विषय पर अपने नोट्स बनाना आवश्यक है। इसके अलावा सभी आवश्यक सरकारी योजनाओं का समुचित ज्ञान भी जरुरी है। परीक्षा में उत्तर देते समय शब्द सीमा का भी ध्यान रखना चाहिये।
आईएएस अंकित अग्रवाल
आईएएस अंकित अग्रवाल ने कहा कि हर विषय के लिए दैनिक समय निर्धारित करें और उस पर अमल करें। उन्होंने कहा कि कम से कम दो समाचार पत्रों को रोजाना पढ़ना आवश्यक है ताकि दैनिक घटनाक्रम पर आपकी नज़र बनी रहे। उन्होंने आगे कहा कि साक्षात्कार के दौरान हर-हाल में धैर्य रखना चाहिये।
आईआरएस मयूषा गोयल
इस अवसर पर आईआरएस मयूषा गोयल ने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा के पहले अवसर को ही अंतिम अवसर समझकर तैयारी करनी चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा की तैयारी के दौरान सुननी सबकी चाहिये पर करनी अपनी मन की चाहिये।
आईएफएस रेनू सिंह
आईएफएस रेनू सिंह ने कहा कि चिड़ियाघर में इस कान्क्लेव का आयोजन बड़ी बात है क्योंकि पशु-पक्षियों का भी हमारे जीवन में बहुत महत्व है। ये बेजुबान प्राणी हमें बहुत कुछ सिखाते हैं।
प्रतियोगियों ने कॉन्क्लेव के प्रति जबरदस्त उत्साह दिखाया।
‘यूपीएससी कॉन्क्लेव-2018’ का आयोजन डाइनामाइट न्यूज़ द्वारा किया गया। ऐसा आयोजन राजधानी में पहली बार किया गया है जहां अनेक वरिष्ठ आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस और आईआईएस अधिकारी एक मंच पर एकत्रित हुए और देश के विभिन्न राज्यों से आये सिविल सेवा प्रतियोगियों से अपने अनुभव और विचार साझा किये। सत्र का संचालन एक मुलाक़ात के एंकर और डाइनामाइट न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने किया।
संबोधन के बाद प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया जिसमें अनेक प्रतियोगियों ने सिविल सेवा परीक्षा से संबंधित तरह-तरह के प्रश्न पूछे। इन प्रतियोगियों की विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान वक्ताओं ने अपने जवाबों से किया।
कार्यक्रम के अंत में डाइनामाइट न्यूज़ की चेयरपर्सन रानी टिबड़ेवाल ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया और प्रतियोगियों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
इमसिट नई दिल्ली वाईएमसीए के निदेशक दलीप मैक्यून, डाइनामाइट न्यूज़ के सलाहकार वेद प्रकाश, संगीत केडिया एकेडमी के निदेशक संगीत केडिया, पार्लियामेंट प्रेस ऑफ साउथ एशिया के चेयरमैन और वरिष्ठ पत्रकार डा. ओपी यादव, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के उप निदेशक चेतन सिंह और पत्रकार तुमुल कक्कड़ प्रमुख रुप से मौजूद रहे।
कार्यक्रम में 'डाइनामाइट न्यूज यूपीएससी सम्मेलन -2018' की आयोजन समिति के अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल और सदस्य डाइनामाइट न्यूज़ के समाचार संपादक सुभाष रतूड़ी, संवाददाता जमिमा जोसेफ, श्रीजा चौधरी, रश्मि प्रकाश, कपिल कुमार, दिलशाद अली खान, सारिम जफर, आशुतोष प्रताप सिंह, गौरव फिटकारीवाला, रूबी एस्तेर विश्वासी कैमरामैन सतीश वर्मा और संतोष केवट भी उपस्थित थे।