Tripura: पूर्वोत्तर राज्य में ‘खूनखराबे वाले दिन’ न लौटने दें

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में त्रिपुरा में शांति रहने का दावा करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मतदाताओं से अपील की कि वे पूर्वोत्तर राज्य में ‘‘खूनखराबे वाले दिन’’ न लौटने दें। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा


अगरतला: भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में त्रिपुरा में शांति रहने का दावा करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मतदाताओं से अपील की कि वे पूर्वोत्तर राज्य में ‘‘खूनखराबे वाले दिन’’ न लौटने दें।

गोमती जिले के किला इलाके में सोमवार को जन विश्वास रैली को संबोधित कर रहे शर्मा ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में त्रिपुरा में विकास की गति 100 किमी प्रति घंटा है।

उन्होंने कहा, ‘‘त्रिपुरा पहले हत्या, बलात्कार, रक्तपात के लिए कुख्यात था, लेकिन अब यहां शांति कायम है। राज्य में खूनखराबे के उन दिनों को वापस न आने दें।’’

एनईडीए (नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस) के संयोजक ने कहा कि त्रिपुरा ने भाजपा शासन के तहत बड़े पैमाने पर विकास देखा है। उन्होंने कहा कि अगर कोविड महामारी के कारण व्यवधान नहीं आया होता तो पूर्वोत्तर राज्य 120 किमी प्रति घंटे की गति से विकास की राह पर आगे बढ़ा होता।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर दो साल कोविड महामारी के कारण बर्बाद नहीं होते तो विकास की गति 120 किमी प्रति घंटा होती । भाजपा ने केवल पांच वर्षों में वह कर दिखाया है जो वाम मोर्चा इतने वर्षों में हासिल नहीं कर सका।’’

शर्मा ने लोगों से ‘‘भाजपा को और पांच साल का आशीर्वाद’’ देने की अपील करते हुए कहा कि अगर पार्टी राज्य में सत्ता में बनी रहती है तो ‘‘विकास के वाहन’’ की गति 120 किमी प्रति घंटे होगी।

त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस साल के शुरू में विधानसभा चुनाव होने हैं।










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