प्रवासी श्रमिकों पर हमले के फर्जी वीडियो को लेकर डीजीपी का बड़ा बयान, जानिये क्या कहा
तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सी. सिलेंद्र बाबू ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में प्रवासी श्रमिकों पर कथित हमलों के फर्जी वीडियो प्रसारित करने के संबंध में गहन जांच से अफवाह फैलाने वालों के असली मकसद का पता चलेगा। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
कोयंबटूर: तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सी. सिलेंद्र बाबू ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में प्रवासी श्रमिकों पर कथित हमलों के फर्जी वीडियो प्रसारित करने के संबंध में गहन जांच से अफवाह फैलाने वालों के असली मकसद का पता चलेगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बाबू ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘सरकार द्वारा किए गए विश्वास-बहाली उपायों के कारण प्रवासी श्रमिकों के बीच स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन पुलिस सख्ती से हर चीज की निगरानी कर रही है क्योंकि यह ‘गंभीर’ मामला है।’’
उन्होंने कहा कि राज्यभर में अफवाहें फैलाने और फर्जी वीडियो प्रसारित करने के संबंध में 11 मामले दर्ज किए गए हैं और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस बरामद मोबाइल फोन से डिजिटल साक्ष्य भी एकत्र कर रही है।
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उन्होंने कहा कि मामले में फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए राज्य के विशेष पुलिस दल भोपाल, दिल्ली, बेंगलुरु और पटना में डेरा डाले हुए हैं।
अधिकारी ने बताया कि नगर पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक के साथ, डीजीपी ने श्रमिकों की सुरक्षा के संबंध में क्षेत्र, विशेष रूप से तिरुपुर, इरोड और कोयम्बटूर के उद्योगपतियों के साथ बातचीत की।
उन्होंने प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि उनके आवासों की सुरक्षा की गई है और कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
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तमिलनाडु में रेलगाड़ियों से लौटने वाले श्रमिकों की सुरक्षा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।