हवाई जहाज के पायलटों की सुरक्षा के लिए DGCA ने उठाया ये बड़ा कदम

डीएन ब्यूरो

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमान के चालक दल के सदस्यों और हवाई यातायात नियंत्रकों के मानसिक स्वास्थ्य की खातिर विभिन्न कदमों का प्रस्ताव किया है। इनमें सहकर्मी समर्थन कार्यक्रम और चिकित्सा आकलन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण करना शामिल है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

नागर विमानन महानिदेशालय
नागर विमानन महानिदेशालय


नयी दिल्ली: नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमान के चालक दल के सदस्यों और हवाई यातायात नियंत्रकों के मानसिक स्वास्थ्य की खातिर विभिन्न कदमों का प्रस्ताव किया है। इनमें सहकर्मी समर्थन कार्यक्रम और चिकित्सा आकलन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण करना शामिल है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एक वरिष्ठ डीजीसीए अधिकारी ने बुधवार को कहा कि इन अनुशंसाओं को लागू करने के लिए एयरलाइन कंपनियों और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को परिपत्र जारी करके आवश्यक प्रावधान करने को कहा जाएगा।

हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसीओ) एएआई के अधीन होते हैं।

विमान के चालक दल के सदस्यों और एटीसीओ के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर उपजी चिंताओं के बीच डीजीसीए ने एक विशेषज्ञ समिति का भी गठन किया है।

डीजीसीए ने बयान में बताया, ‘‘समिति ने तीन प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की है जहां ये कदम उठाए जाने हैं। ये हैं चिकित्सा आकलन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण, सहकर्मी समर्थन कार्यक्रम और नौकरी से पहले मनोवैज्ञानिक आकलन।’’

इस विशेषज्ञ समिति में डीजीसीए के अधिकारी, हवाई सुरक्षा, क्लिनिकल एयरोस्पेस मेडिसिन तथा मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं।

डीजीसीए ने बताया कि यह परिपत्र 31 मई से प्रभाव में आएगा।










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