Delhi Flood: दिल्ली में जारी बाढ़ के खतरे के बीच राहत भरी खबर, कब गिरेगा यमुना का जलस्तर

डीएन ब्यूरो

केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है और यह आज रात से कम होना शुरू हो जाएगा। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है और यह आज रात से कम होना शुरू हो जाएगा।

सीडब्लूसी के बाढ़ निगरानी पोर्टल के मुताबिक, पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर दोपहर एक बजे बढ़कर 208.62 मीटर हो गया था, जो शाम चार बजे तक स्थिर रहा।

केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के निदेशक शरद चंद्र ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया, 'यमुना का जलस्तर स्थिर हो गया है और अगले चार घंटों में इसमें कमी आनी शुरू हो जाएगी। शुक्रवार तड़के तीन बजे तक इसके घटकर 208.45 मीटर तक आने की उम्मीद है।'

उन्होंने कहा कि हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज पर जल प्रवाह की दर शाम चार बजे गिरकर 80,000 क्यूसेक हो गई।

दिल्ली में यमुना के उफान पर आने के बाद कई इलाके जलमग्न हो गये।

यमुना में जलस्तर में वृद्धि के कारण सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे सहित सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ और नदी के आसपास रहने वाले लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।

पुराने रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर बुधवार रात 208 मीटर के निशान को पार कर गया था, जिसके बाद सीडब्ल्यूसी ने इसे 'चरम स्थिति' बताया।

यमुना के जलस्तर में तेजी से वृद्धि के बाद, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। वहीं, दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ प्रभावित इलाकों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी।

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बृहस्पतिवार को निर्देश दिया कि शहर के सभी गैर-जरूरी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज रविवार तक बंद रहेंगे। प्राधिकरण ने शहर के निजी प्रतिष्ठानों को घर से काम करने की सलाह दी है।

दिल्ली में पिछले चार दिन में यमुना के जल स्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई थी। यह रविवार सुबह 11 बजे 203.14 मीटर से बढ़कर सोमवार शाम पांच बजे 205.4 मीटर पर पहुंच गया था, जो उम्मीद से 18 घंटे पहले खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया था।

यमुना का जलस्तर सोमवार रात 206 मीटर के निशान को पार कर गया था, जिससे बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना पड़ा और सड़क एवं रेल यातायात के लिए पुराने रेलवे पुल को बंद कर दिया गया था।

वहीं, बुधवार को दोपहर एक बजे तक यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर और रात 10 बजे तक 208 मीटर के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया था।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में ‘भारी बारिश’ की संभावना व्यक्त की है।










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