चीनी रासयनिक संयंत्र विस्फोट में मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 64..
चीन के जिआंग्सू प्रांत के यानचेंग शहर में एक रासायनिक संयंत्र पार्क में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 64 हो गई है। जबकि 28 लोग अभी भी लापता हैं।
बीजिंग: चीन के जिआंग्सू प्रांत के यानचेंग शहर में एक रासायनिक संयंत्र पार्क में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 64 हो गई है। जबकि 28 लोग अभी भी लापता हैं। 600 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन हजार से अधिक श्रमिकों और लगभग 1,000 निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
शहर के मेयर काओ लुबाओ ने मीडिया को बताया कि रासायनिक संयंत्र में विस्फोट में मरने वालों की संख्या 64 हो गई है। जबकि 28 लोगों की खोज पड़ताल की जा रही है। घटना में मारे जाने वाले 26 लोगों की पहचान कर ली गई है। दुर्घटना में घायल 617 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें से 143 लोगों का इलाज अब भी जारी है।
गौरतलब है कि विस्फोट जिआंग्सू प्रांत के यानचेंग शहर के चेनजीगांग औद्योगिक पार्क में हुआ था। विस्फोट इतना भयानक था कि आसपास की इमारतें हिल उठी थी और मकानों की खिड़कियों के कांच टूट गए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तियांझाई केमिकल कंपनी के स्वामित्व वाले संयंत्र में लगी यह आग पड़ोसी कारखानों में भी फैल गई।
यह भी पढ़ें |
लाहौर में दोहरा विस्फोट, 8 मरे
विस्फोट के कारण इमारत के मलबे के गिरने से मजदूर भी फंस गए थे। विस्फोट से आसपास के आवासीय घरों की खिड़कियों के कांच भी टूट गए। दुघर्टना के बाद हजारों लोगों को इलाके से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचया गया था।
वहीं पांच दिवसीय दौरे पर गए राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने राहत बचाव के लिए हर संभव मदद देने के लिए कहा है। आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय के मुताबिक घटना स्थल से 88 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। राहत बचाव कार्य के लिए 928 कर्मियों और 176 फायर ट्रकों को लगाया गया है।
यह भी पढ़ें |
व्हाइट हाउस परिसर में घुसने पर एक व्यक्ति गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि जिआंग्सू तियांझाई केमिकल कंपनी ने इस संयंत्र को 2007 में स्थापित किया गया था। इसमें हाइड्रोक्सीबेनज़ोइक एसिड जैसे रासायनिक उत्पादों का निर्माण होता था।
रसायनिक हानि से लोगों को जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए
बीजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी के एक प्रोफेसर ने अपने साक्षात्कार में कहा है कि धमाके के बाद प्लांट से जहरीले रसायनों के रिसाव की वजह से आस पास के पर्यावरण और लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम होना चाहिए।