कर्नाटक में भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर ‘वचन भ्रष्ट’ होने का आरोप लगाया
कर्नाटक में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को सिद्दरमैया नीत कांग्रेस सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने को लेकर ‘‘वचन भ्रष्ट’’ होने का आरोप लगाया।
बेंगलुरु: कर्नाटक में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को सिद्दरमैया नीत कांग्रेस सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने को लेकर ‘‘वचन भ्रष्ट’’ होने का आरोप लगाया।
भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने आगाह किया कि अगर सरकार चुनावों से पहले लोगों से किए गए वादों को पूरा नहीं करती है तो उनकी पार्टी विधानसभा के भीतर और बाहर प्रदर्शन करेगी।
कर्नाटक सरकार अपनी चुनावी गारंटी को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में चावल खरीदने में कठिनाई का सामना कर रही है और इसलिए आज उसने ‘अन्न भाग्य’ योजना के तहत अतिरिक्त पांच किलोग्राम चावल की जगह 34 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से लाभार्थियों को धन का भुगतान करने का फैसला किया है।
कतील ने कहा, ‘‘सिद्दरमैया नीत सरकार ‘वचन भ्रष्ट’ सरकार है। उन्होंने (कांग्रेस) चुनावों से पहले 10 किग्रा निशुल्क चावल देने का वादा किया था। आज वे परेशानी में हैं, चावल उपलब्ध नहीं करा पा रहे और अब उन्होंने 10 किलोग्राम चावल मुहैया कराने के बजाय पांच किग्रा चावल के लिए पैसा देने का फैसला किया है।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चुनावों से पहले केंद्र द्वारा मुहैया कराए जा रहे पांच किग्रा चावल के अतिरिक्त 10 किग्रा चावल देने का वादा किया गया था इसलिए कुल 15 किग्रा चावल दिए जाने चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘लेकिन राज्य में कांग्रेस सरकार यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि केंद्र द्वारा दिए जा रहे पांच किग्रा चावल समेत 10 किग्रा चावल दिए जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार ने चावल के बजाय पैसा देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने चावल की व्यवस्था होने तक पैसे देने का सुझाव दिया था तो उस समय सिद्दरमैया ने हमसे सवाल किया था कि क्या पैसा खाया जा सकता है और कहा था कि उनकी सरकार चावल देगी। इसलिए सिद्दरमैया को अब चावल देने चाहिए न कि पैसा।’’
कतील ने कहा कि अगर कांग्रेस चुनाव से पहले लोगों से किए वादे पूरा नहीं करती है तो भाजपा विधानसभा के भीतर और बाहर प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पूर्व भाजपा सरकार के खिलाफ 40 प्रतिशत कमीशन के ‘‘झूठे आरोप’’ लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह 60 प्रतिशत कमीशन सरकार है।’’