उत्तर प्रदेश मे अलग-अलग घटनाओं में नहाने के दौरान डूबने से 12 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अलग-अलग घटनाओं में नहाने गए 12 लोग डूब गए, जिसमें से दस के शव मिल गए है जबकि दो अभी भी लापता हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अलग-अलग घटनाओं में नहाने गए 12 लोग डूब गए, जिसमें से दस के शव मिल गए है जबकि दो अभी भी लापता हैं।
सुल्तानपुर जिले में बल्दीराय थाना क्षेत्र के एक गांव में दो लोगों की गोमती नदी में डूबने से मौत हो गई है।
थानाध्यक्ष अमरेन्द्र बहादुर सिंह ने मंगलवार को बताया कि पुनियारा मजरे इब्राहिमपुर गांव में गोलू निषाद (8) सोमवार की शाम गोमती नदी में नहाने उतरा था और नहाते समय वह अचानक गहरे पानी में चला गया तथा जबतक तक परिजन उसे निकालने का प्रयास करते तब तक उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि मृतक गोलू का स्वास्थ्य भी सही नहीं रहता था। उसको दौरे की बीमारी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार सुबह राधेश्याम (45) नाव से नदी के उस पार गया था और वापसी में जब वह बिना नाव के गोमती नदी पार कर रहा था तब वह डूबने लगा। आनन-फानन में परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गये जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बरेली जिले के भमोरा थाना क्षेत्र में मंगलवार को रामगंगा में स्नान करने गए तीन किशोरों की डूबने से मौत हो गयी।
पुलिस के अनुसार बरेली में ज्येष्ठ दशहरा पर्व पर मंगलवार से रामगंगा नदी के तट पर मेला आयोजन शुरू हुआ और इस मौके पर लोगों ने सुबह तड़के से ही स्नान शुरू कर दिया था।
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पुलिस का कहना है कि भमोरा थाना क्षेत्र में मुड़किया घाट पर ज्येष्ठ दशहरा मेले आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग स्नान को आए थे।
थाना प्रभारी रोहित सिंह ने बताया कि गौसगंज गांव के अनुज (15 ), उसके चचेरे भाई अरविंद (16), कीरतपुर गांव के छोटू (11) स्नान के दौरान गहरे पानी में चले गये जिससे वे डूब गए।
उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने तीनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।
मथुरा में गंगा दशहरा पर्व पर स्नान करते तीन अलग-अलग स्थानों पर पवित्र यमुना नदी एवं मानसी गंगा (कुंड) में स्नान करते समय तीन लोग डूब गए।
थाना नौहझील के निरीक्षक (अपराध) मनोज शर्मा के अनुसार पहला वाकया थाना नौहझील क्षेत्र में हुआ, जहां नानकपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में मझोई बांगर देवी मंदिर घाट पर यमुना-स्नान करने मानागढ़ी गांव के कुछ स्त्री-पुरुष ट्रैक्टर-ट्राली से पहुंचे थे।
शर्मा के अनुसार कुंवरपाल पुजारी का पुत्र राजकुमार (17) एवं सोबरन चौधरी का पुत्र बसंत (16) डूबने लगे, वहां मौजूद तैराकों ने बसंत को तो किसी प्रकार सकुशल निकाल लिया, परंतु राजकुमार का कहीं पता न चला। समाचार लिखे जाने तक पीएसी के गोताखोरों द्वारा उसकी तलाश जारी थी।
दूसरी घटना बलदेव क्षेत्र के गांव खड़ैरा के यमुना घाट पर घटी। वहां विजय सिंह का 18 वर्षीय पुत्र रोहित पहलवान डूब गया। शाम तक उसका भी शव नहीं मिल सका था। तीसरी घटना गोवर्धन कस्बे में स्थित मानसी गंगा कुंड में घटी। वहां एक युवक डूब गया।
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गोवर्धन के पुलिस उपाधीक्षक राम मोहन शर्मा ने बताया कि उसका शव निकाल लिया गया है तथा उसकी पहचान रवि के रूप में हुई है।
सिद्धार्थनगर में जिला मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूर उसका थाना क्षेत्र में कूड़ा नदी में नहाने गए चार बालकों की डूब कर मौत हो गई।
थाना प्रभारी निरीक्षक डी के सरोज ने बताया कि सिघोरवां गांव के निवासी तौफीक (12), शोएब (13), अलाउद्दीन (14)तथा शादाब (13) गांव के बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। उनके अनुसार दोपहर लगभग दो बजे के बाद जब मैच खत्म हो गया तब गर्मी से निजात पाने के लिए चारों बालक नहाने के लिए नदी में उतर गये।
प्रत्यक्षदर्शी अन्य बच्चों के मुताबिक चारों नदी में नहाने के लिए कूद गये। इसमे से दो बालक अचानक कुंड में फंस कर डूबने लगे। डूब रहे दो साथियों को बचाने के चक्कर में शेष दो बालक भी कुंड की तरफ घुसकर उन्हें बचाने लगे। बताया जा रहा है कि दोनों को बचाने के चक्कर में अन्य दोनों बालक भी कुंड के गहरे पानी में चले गये और चारों साथियों की मौत हो गयी।
घंटों की मशक्कत के बाद चारो शवों को निकलवाया जा सका।