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प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’: स्पेस सेक्टर की प्रगति पर जोर, जानें और किन मुद्दों पर की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देश की हालिया सफलताओं और उपलब्धियों पर गर्व जताया। खासतौर पर उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान में देश की प्रगति, चंद्रयान-3 की सफलता और युवा वर्ग में विज्ञान के प्रति बढ़ती रुचि को सराहा। उन्होंने स्पेस स्टार्टअप के विकास को भी राष्ट्रीय गौरव बताया और नेशनल स्पेस डे पर नागरिकों से रचनात्मक विचार मांगे।
Post Published By: Asmita Patel
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प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’: स्पेस सेक्टर की प्रगति पर जोर, जानें और किन मुद्दों पर की बात

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देशवासियों से संवाद करते हुए कहा कि देश ने खेल, विज्ञान और संस्कृति के क्षेत्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं, जिन पर हर भारतीय को गर्व होना चाहिए। उन्होंने हाल ही में अंतरिक्ष से लौटे शुभांशु शुक्ला के विषय में बात करते हुए कहा कि उनकी वापसी ने पूरे देश को खुशी और गौरव से भर दिया।

चंद्रयान-3 की सफलता और देश में विज्ञान का नया उत्साह

प्रधानमंत्री मोदी ने याद दिलाया कि जब चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी, तब देश में विज्ञान के प्रति एक नया जोश और उत्साह उत्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे अब अंतरिक्ष विज्ञान में गहरी रुचि लेने लगे हैं। इसी क्रम में उन्होंने ‘इंस्पायर मानक अभियान’ का उल्लेख किया, जो कि बच्चों में नवाचार और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देता है। इस अभियान के तहत हर स्कूल से पांच बच्चे चुने जाते हैं जो नए-नए वैज्ञानिक विचार लेकर आते हैं।

इंस्पायर मानक अभियान से जुड़े लाखों बच्चे

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इस अभियान से अब तक लाखों बच्चे जुड़ चुके हैं, और चंद्रयान-3 के सफल मिशन के बाद इस संख्या में दोगुनी वृद्धि हुई है। यह अभियान देश के भविष्य के वैज्ञानिकों और इनोवेटर्स को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है। उन्होंने युवाओं से इस अवसर का लाभ उठाने और विज्ञान को अपनाने की अपील की।

स्पेस स्टार्टअप का तेजी से बढ़ता नेटवर्क

प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में स्पेस सेक्टर में स्टार्टअप की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। पांच साल पहले जहां केवल 50 से कम स्पेस स्टार्टअप थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 200 से अधिक हो गई है। यह विकास देश के तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

नेशनल स्पेस डे पर आम जनता से विचार मांगने का आग्रह

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 23 अगस्त को भारत में ‘नेशनल स्पेस डे’ मनाया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने आम जनता से आग्रह किया कि वे ‘नमो एप’ के माध्यम से अपने नए और रचनात्मक विचार साझा करें कि वे इस दिन को कैसे मनाना चाहते हैं। यह पहल जनता को विज्ञान और अंतरिक्ष क्षेत्र से जोड़ने का एक अवसर है।

विज्ञान और तकनीक के प्रति जनमानस में जागरूकता

प्रधानमंत्री के इस संवाद से साफ है कि सरकार विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में बढ़ते प्रयासों को प्रोत्साहित कर रही है। देश को एक वैश्विक विज्ञान केंद्र बनाने के लिए युवाओं और नवप्रवर्तकों को प्रोत्साहित करना इस दिशा में एक अहम रणनीति है। ‘मन की बात’ के इस एपिसोड ने युवाओं में वैज्ञानिक सोच को जगाने की कोशिश की है।

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