Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ चल रहे भारत के कड़े अभियानों को एक और बड़ी सफलता मिली है। श्रीनगर के लिडवास क्षेत्र में भारतीय सेना ने सोमवार को “ऑपरेशन महादेव” के तहत एक मुठभेड़ में 3 आतंकियों को मार गिराया। यह जानकारी इंडियन आर्मी की चिनार कॉर्प्स ने आधिकारिक तौर पर दी। आपको यह भी जानना चाहिए कि इस मुठभेड़ का ऑपरेशन सिंदूर से क्या लिंक हैं। तो आइए जानते हैं ‘ऑपरेशन महादेव’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में लिंक।
22 अप्रैल को 26 लोगों की हत्या
‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत लिडवास क्षेत्र में तीन आतंकवादियों को ढेर किया गया। लिडवास से पहलगाम की दूरी कुल 10 किलोमीटर हैं। जहां 22 अप्रैल 2022 को पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी। वहीं, पहलगाम से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लिडवास क्षेत्र में सोमवार को आतंकियों और सेना के बीच एनकाउंटर हुआ। जिसमें तीन आतंकवादी ढेर हो गए।
7 मई को रखी “ऑपरेशन सिंदूर” की नींव
आपको बता दें कि पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए भारत की सरकार और आर्मी ने “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया। जिसके तहत आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान पर ताबड़तोड़ एक्शन लिया। पहलगाम हमले की वजह से ही “ऑपरेशन सिंदूर” की नींव 7 मई को रखी गई।
पहलगाम हमला
22 अप्रैल को हुए बायसरन घाटी (पहलगाम) हमले में आतंकियों ने धार्मिक पहचान के आधार पर पर्यटकों को निशाना बनाया था। यह हमला सुनियोजित था और इसे जमात-उद-दावा और TRF (The Resistance Front) जैसे आतंकी संगठनों से जोड़ा गया था। इस हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जांच तेज की थी और तीन आतंकियों के नाम सामने आए थे।
आतंकियों के नाम
- आदिल हुसैन ठोकर
- हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान
- अली उर्फ तल्हा भाई
ऑपरेशन सिंदूर यानि कि भारत का जवाब
भारत ने पहलगाम हमले के बाद करारा जवाब देते हुए 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पीओके (PoK) में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एयर स्ट्राइक की थी।
इसमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके साथ 100 से अधिक आतंकियों की मौत हुई। साथ में जैश-ए-मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद अजहर के 10 रिश्तेदार और 4 करीबी सहयोगी मारे गए भारत ने 24 मिसाइलें दागीं थीं, जिनमें से अधिकांश उच्च-सटीकता वाली स्ट्राइक मिसाइलें थी। यह कार्रवाई भारतीय वायुसेना, NIA और RAW के समन्वय से की गई थी।
सेना और प्रशासन की तैयारी
मुठभेड़ के बाद पूरे लिडवास क्षेत्र में हाई अलर्ट है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इलाके में सख्त घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी रखा है। सेना के अनुसार, ऑपरेशन महादेव अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है और संभावित आतंकी ठिकानों की तलाश जारी है।