New Delhi: नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली या रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस साल 2025 में यह एक खास तारीख पर आ रही है। आम तौर पर यह त्योहार दीपावली से एक दिन पहले मनाया जाता है, लेकिन इस साल 20 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी और दिवाली दोनों एक ही दिन मनाई जाएंगी। इस तरह का संयोग बेहद दुर्लभ होता है और इस वजह से इस वर्ष की दिवाली खास महत्व रखती है।
क्या है पौराणिक मान्यता?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नरक चतुर्दशी का दिन बुराई और अंधकार पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन नरकासुर नामक राक्षस का वध किया गया था, इसलिए इसे छोटी दिवाली भी कहते हैं। यह दिन यमराज को समर्पित माना गया है, जिनके सम्मान में यम दीपक जलाने की परंपरा है। यम दीपक परिवार में खुशहाली, लंबी आयु और बुरी शक्तियों से सुरक्षा का संकेत माना जाता है।
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जानें शुभ मुहूर्त
नरक चतुर्दशी 2025 का शुभ मुहूर्त 19 अक्टूबर दोपहर 01:51 बजे से शुरू होकर 20 अक्टूबर दोपहर 03:44 बजे तक रहेगा। चूंकि स्नान का समय सूर्योदय से पहले होता है, इसलिए 20 अक्टूबर को ही इसे मनाना शुभ माना गया है।
यम दीपक जलाने को लेकर दो अलग-अलग परंपराएं प्रचलित हैं। कुछ परिवार धनतेरस के दिन यम दीप जलाते हैं, जबकि कुछ लोग इसे दिवाली से एक दिन पहले जलाते हैं। अगर आपकी परंपरा धनतेरस की है तो 18 अक्टूबर की रात को यम दीपक जलाएं, अन्यथा 19 अक्टूबर को।
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यम दीपक जलाने के नियम
- यम दीपक हमेशा चौमुखी, अर्थात चार मुख वाला होना चाहिए, जिसमें चार बाती लगती हैं। यह चारों दिशाओं में प्रकाश फैलाने का प्रतीक है।
- यम दीपक को दक्षिण दिशा में ही जलाना चाहिए, क्योंकि यमराज दक्षिण दिशा के देवता हैं।
- दीपक मिट्टी या आटे से बना होना चाहिए और इसे सरसों के तेल से जलाना शुभ माना जाता है।
- नरक चतुर्दशी पर यम दीपक के अलावा 14 अन्य दीपक भी घर के विभिन्न हिस्सों जैसे पूजा स्थल, रसोई, मुख्य द्वार, तुलसी के पास आदि पर जलाने चाहिए।
- दीपक जलाने के बाद घर के सभी कोनों में घुमाना और फिर इसे दक्षिण दिशा में साफ स्थान पर रखना चाहिए।
यह पूजा और दीपक जलाने की विधि परिवार में सुख-शांति, समृद्धि और बुरी शक्तियों से सुरक्षा का वचन देती है।
ध्यान रहे कि ये सभी जानकारियां धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। किसी भी विधि को अपनाने से पहले अपने परिवार या धार्मिक विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित होगा। इस वर्ष की नरक चतुर्दशी दिवाली के साथ आ रही है, जिससे पूरे देश में त्योहार की खुशियां दुगनी हो जाएंगी।