New Delhi: बरसात का मौसम जहां एक तरफ राहत और ठंडक लेकर आता है, वहीं दूसरी तरफ आम जनजीवन में कई परेशानियां भी खड़ी कर देता है। सबसे आम समस्या बन चुकी है कपड़ों का ठीक से न सूखना, उनमें अजीब सी गंध आना और हल्के गीले कपड़े पहनने से शरीर पर खुजली या रैशेज़ होना। यह परेशानी अब केवल एक असुविधा नहीं रही, बल्कि एक स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा बन चुकी है।
इस मौसम में कपड़े 2-3 दिन तक भी नहीं सूखते। अगर मजबूरी में थोड़ा नम कपड़ा पहन लिया जाए तो शरीर पर चकत्ते और खुजली होने लगती है। बच्चों को तो सबसे ज़्यादा दिक्कत होती है।
क्यों आती है बदबू और खुजली?
वास्तव में, बारिश के मौसम में नमी अधिक होने के कारण कपड़े पूरी तरह सूख नहीं पाते। जब कपड़े नम रहते हैं और उन्हें फोल्ड करके अलमारी में रख दिया जाता है या पहन लिया जाता है, तो उनमें फफूंदी (fungus) और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इससे एक तरह की अजीब सी सीलन भरी बदबू आने लगती है, जो कई बार त्वचा संक्रमण का कारण भी बनती है।
त्वचा रोग विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे कपड़े पहनने से स्किन फंगल इंफेक्शन, खुजली, दाद और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में।
आमजन की परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी में इतनी व्यस्तता है कि बार-बार धूप मिलने तक कपड़े टालना संभव नहीं होता। वहीं, छोटे घरों में सुखाने की जगह की भी दिक्कत रहती है। धूप के बिना कपड़े सूख भी जाएं, तब भी उनमें एक अजीब गंध रह जाती है, जिससे लोगों को शर्मिंदगी महसूस होती है।
समाधान क्या है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ और घरेलू सलाहों के अनुसार, इन समस्याओं से निपटने के लिए कुछ आसान उपाय किए जा सकते हैं
वॉशिंग में बदलाव: कपड़े धोते समय एंटीफंगल या डिटॉल जैसे एंटीसेप्टिक लिक्विड का इस्तेमाल करें। यह बैक्टीरिया और फफूंदी को पनपने से रोकता है।
सुखाने का सही तरीका: यदि धूप न मिले, तो कमरे में पंखे के नीचे या हीटर या ब्लोअर के पास कपड़े सुखाएं। इन्हें पूरी तरह सूखने तक न पहनें।
सिरका और बेकिंग सोडा: कपड़ों में से बदबू हटाने के लिए वॉशिंग के समय थोड़ा सफेद सिरका या बेकिंग सोडा मिलाएं।
इस्त्री करें: पूरी तरह सूखे न होने पर हल्के गीले कपड़ों को अच्छी तरह इस्त्री करें। इससे नमी खत्म हो जाती है और कीटाणु मरते हैं।
त्वचा की देखभाल: अगर खुजली हो रही है तो नीम युक्त साबुन या एंटीफंगल क्रीम का इस्तेमाल करें। नमी वाले हिस्सों को हमेशा सूखा और साफ रखें।
बरसात की यह भीगी-भीगी फिजा जब तकलीफ का सबब न बने, इसके लिए सतर्क रहना जरूरी है। वरना एक छोटी सी लापरवाही से आमजन को बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।