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कैसे दें मौत को मात: आप अकेले बैठे हो और हार्ट अटैक आ जाए तो कैसे बचाएं जान, पढ़िए डॉक्टर के खास टिप्स

हार्ट अटैक आजकल एक सामान्य बीमारी बन चुकी है, लेकिन यह जानना जरूरी है कि अगर इसके लक्षणों को जल्दी पहचान लिया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए तो जान बचाई जा सकती है। डॉ. जेरेमी लंदन द्वारा बताई गई आसान टिप्स से कोई भी व्यक्ति हार्ट अटैक के दौरान अपनी जान बचा सकता है।
Post Published By: Asmita Patel
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कैसे दें मौत को मात: आप अकेले बैठे हो और हार्ट अटैक आ जाए तो कैसे बचाएं जान, पढ़िए डॉक्टर के खास टिप्स

New Delhi: आजकल हर दूसरे व्यक्ति को हार्ट अटैक का सामना करना पड़ रहा है। कुछ साल पहले तक इसे एक दुर्लभ बीमारी माना जाता था, लेकिन पिछले 3-4 वर्षों में यह समस्या एक आम स्वास्थ्य समस्या बन गई है। दिल के दौरे का खतरा अब किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है और इसका परिणाम गंभीर हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक वर्ष 2019 में लगभग 1.79 करोड़ लोग दिल और रक्त वाहिकाओं की बीमारियों से प्रभावित हुए थे। जिनमें से 85% मौतें हार्ट अटैक और स्ट्रोक के कारण हुई थी।

हार्ट अटैक कभी भी बिना किसी चेतावनी के हो सकता है और यह जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि अगर किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़े तो उसे सही तरीके से कैसे बचाया जा सकता है। करीब 25 साल से ज्यादा अनुभव वाले हार्ट सर्जन डॉ. जेरेमी लंदन ने हार्ट अटैक के दौरान अपनी जान बचाने के कुछ आसान और महत्वपूर्ण टिप्स बताए हैं। ये टिप्स न केवल आपकी जान बचा सकते हैं, बल्कि आपको सही कदम उठाने में मदद भी कर सकते हैं।

इमरजेंसी हेल्प को तुरंत बुलाएं

सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है, इमरजेंसी हेल्प को तुरंत कॉल करना। अगर आपको हार्ट अटैक के कोई भी लक्षण जैसे सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, घबराहट या चक्कर आने जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें। फोन पर जितनी जल्दी हो सके अपने लक्षण और स्थिति की जानकारी दें, ताकि वे आपको जल्दी से जल्दी मदद पहुंचा सकें। यदि संभव हो तो कॉल के दौरान हेल्प को अपनी स्थिति के बारे में अपडेट करते रहें, क्योंकि समय की कोई भी देरी आपके लिए खतरे का कारण बन सकती है।

मदद के लिए अपना घर तैयार रखें

जब आप मदद के इंतजार में हों, तो अपनी जगह को इस तरह तैयार रखें कि इमरजेंसी टीम को घर तक पहुंचने में कोई मुश्किल न हो। अगर रात का समय हो, तो अपने बरामदे की लाइटें जला दें ताकि आपातकालीन हेल्पर्स आसानी से आपका घर ढूंढ सकें। इसके साथ ही मुख्य दरवाजे को पहले से ही खोल रखें, ताकि यदि आप बाद में खुद दरवाजा नहीं खोल पाएं तो वे बिना किसी रुकावट के अंदर आ सकें और आपको जरूरी सहायता दे सकें।

आराम से बैठें या लेटें

जब आप हार्ट अटैक के लक्षण महसूस करें, तो अपनी ऊर्जा को बचाने के लिए आराम से बैठें या लेट जाएं। इस समय ज्यादा हिलना-डुलना आपके शरीर को कमजोर कर सकता है। बिस्तर या सोफे पर पैरों को थोड़ा ऊपर उठाकर लेटना आपके ब्लड फ्लो को बेहतर करेगा और सांस लेना आसान बना देगा। अगर लेटना मुश्किल हो तो कुर्सी पर आराम से बैठें, और कोशिश करें कि आप ज्यादा हिलने-डुलने से बचें। स्थिर रहने से आपको बेहोश होने या गिरने का खतरा कम होगा।

अपने परिवार या दोस्तों को फोन करें

आपातकालीन हेल्प को कॉल करने के बाद, अपने किसी परिवार के सदस्य या दोस्त को भी फोन करें। उन्हें स्थिति के बारे में बताएं और उन्हें सूचित करें कि एंबुलेंस रास्ते में है। आपके परिवार या दोस्त अस्पताल में पहुंचकर डॉक्टरों को आपकी स्थिति के बारे में जानकारी दे सकते हैं, और अगर जरूरत पड़े तो वे आपकी मदद भी कर सकते हैं। उनका होना आपके लिए मानसिक सहारा हो सकता है, और इससे आप स्थिति को बेहतर तरीके से झेल पाएंगे।

चिंता और घबराहट से बचें

हार्ट अटैक के दौरान घबराहट और तनाव आपके शरीर के लिए और भी ज्यादा खतरे का कारण बन सकते हैं। इस समय आपको अपने मानसिक स्थिति को शांत रखना जरूरी है। जितना हो सके गहरी सांस लें और अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखने की कोशिश करें। घबराहट से बचने की कोशिश करें, क्योंकि यह आपके शरीर को और भी अधिक थका सकती है और दिल की स्थिति को बिगाड़ सकती है।

हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानना क्यों जरूरी है?

हार्ट अटैक के लक्षणों को जल्दी पहचानना बेहद जरूरी है। अगर किसी को सीने में दर्द, सांस में तकलीफ, घबराहट, अंगों में कमजोरी, या पसीना आना जैसी समस्याएं महसूस हों, तो उसे तुरंत इमरजेंसी हेल्प से संपर्क करना चाहिए। दिल का दौरा, विशेष रूप से महिलाएं और बुजुर्गों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इनके लक्षण कभी-कभी हल्के होते हैं या अन्य समस्याओं से मिलते-जुलते होते हैं।

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