नई दिल्ली: खीरे की कांजी एक पारंपरिक भारतीय फर्मेंटेड ड्रिंक है, जो स्वाद में चटपटी और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। यह खासकर गर्मियों में शरीर को ठंडक देने और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के लिए पी जाती है। खीरे की कांजी प्रोबायोटिक्स से भरपूर होती है, जो इसे गट फ्रेंडली यानी पेट के लिए लाभकारी बनाती है।
खीरे की कांजी के फायदे
पाचन में सुधार
इसमें मौजूद फर्मेंटेड बैक्टीरिया आंतों की सेहत को बेहतर करते हैं और कब्ज, गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
इम्युनिटी को मजबूत बनाए
यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करता है, जिससे शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम होता है।
डिटॉक्स ड्रिंक के रूप में काम करे
खीरे की कांजी शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होती है।
हीट स्ट्रोक से बचाव
गर्मियों में यह शरीर को ठंडा रखती है और लू लगने के खतरे को कम करती है।
वजन घटाने में सहायक
कम कैलोरी और हाई फाइबर के कारण यह वजन घटाने वाले लोगों के लिए अच्छा विकल्प है।
खीरे की कांजी की खासियत
प्राकृतिक प्रोबायोटिक ड्रिंक
यह फर्मेंटेड होती है, जिससे इसमें प्राकृतिक प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन में मदद करते हैं।
गर्मी में शरीर को ठंडा रखती है
खीरा और फर्मेंटेड पानी दोनों ही शरीर की गर्मी को संतुलित करते हैं और लू से बचाते हैं।
डिटॉक्स गुण
यह शरीर से विषैले तत्व निकालने में मदद करती है, जिससे त्वचा भी साफ और चमकदार बनती है।
वजन कम करने में सहायक
यह कम कैलोरी और हाई फाइबर वाली होती है, जिससे पेट देर तक भरा रहता है।
स्वाद में तीखी-खट्टी
इसमें सरसों, हींग और मसाले डालने से इसका स्वाद तीखा, खट्टा और चटपटा हो जाता है — जो आम कूल ड्रिंक्स से अलग बनाता है।
खीरे की कांजी बनाने की विधि
- खीरा – 2 मध्यम आकार के
- सरसों दाना (पिसा हुआ) – 2 चम्मच
- काला नमक – स्वाद अनुसार
- लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच
- पानी – 1 लीटर
- काली मिर्च – 1/2 चम्मच (वैकल्पिक)
- हींग – एक चुटकी
- नींबू का रस – 1 चम्मच (फर्मेंटेशन में मदद करता है)
बनाने की विधि
- खीरे को धोकर छील लें और लंबा पतला काट लें।
- एक कांच के जार या बर्तन में पानी लें।
- उसमें पिसा हुआ सरसों, काला नमक, लाल मिर्च, हींग और नींबू का रस मिलाएं।
- अब खीरे के टुकड़े डालकर ढक्कन बंद करें।
- जार को 2–3 दिनों तक धूप में रखें ताकि मिश्रण फर्मेंट हो जाए।

