Site icon Hindi Dynamite News

World Anaesthesia Day 2025: जानिए क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे, कैसे हुई इसकी शुरूआत

हर साल 16 अक्टूबर को वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे मनाया जाता है, जो एनेस्थीसिया के महत्व और उसकी उपयोगिता को समझाने का दिन है। इस साल की थीम 'स्वास्थ्य आपात स्थितियों में एनेस्थिसियोलॉजी' है। आइए फिर जानते हैं इसका क्या महत्व है।
Post Published By: Asmita Patel
Published:
World Anaesthesia Day 2025: जानिए क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे, कैसे हुई इसकी शुरूआत

New Delhi: हर साल 16 अक्टूबर को विश्व एनेस्थीसिया दिवस (World Anaesthesia Day) मनाया जाता है, ताकि लोगों को एनेस्थीसिया के महत्व और उसके लाभों के बारे में जानकारी मिल सके। यह दिन खास तौर पर उन मरीजों और डॉक्टरों के लिए महत्वपूर्ण है, जो सर्जरी या ऑपरेशन के दौरान एनेस्थीसिया का उपयोग करते हैं।

एनेस्थीसिया के बिना किसी भी मेजर सर्जरी को करना असंभव होता है और यह चिकित्सकों और मरीजों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण और सुरक्षित तरीका है।

एनेस्थीसिया: सर्जरी की सफलता के लिए अहम भूमिका

एनेस्थीसिया एक मेडिकल प्रक्रिया है, जो सर्जरी से पहले मरीज को बेहोश या सुन्न कर देती है, ताकि सर्जन बिना किसी रुकावट के अपना काम कर सकें और मरीज को दर्द महसूस न हो। एनेस्थीसिया का उपयोग न केवल सर्जरी के दौरान होता है, बल्कि कुछ मेडिकल स्क्रीनिंग प्रक्रियाओं जैसे बायोप्सी में भी इसका उपयोग किया जाता है।

World Students’ Day 2025: क्यों मनाया जाता है छात्र दिवस, जानें इतिहास और महत्व

कैंसर के इलाज के दौरान एनेस्थीसिया का उपयोग लगभग 80% मरीजों को किया जाता है, ताकि वे बिना किसी दर्द के इलाज का सामना कर सकें। हर साल यह एक थीम पर आधारित होती है और इस साल इसकी थीम ‘स्वास्थ्य आपात स्थितियों में एनेस्थिसियोलॉजी’ है।

एनेस्थीसिया के महत्व और इतिहास (सोर्स- गूगल)

एनेस्थीसिया कैसे काम करता है?

एनेस्थीसिया का मुख्य उद्देश्य मरीज को दर्द से मुक्त करना और उसे सर्जरी के दौरान बेहोश रखना है। इसे डॉक्टर एनेस्थेटिक्स नामक दवा का उपयोग करके देते हैं, जिसे आम तौर पर रीड की हड्डी में इंजेक्शन द्वारा डाला जाता है। इसके अलावा, एनेस्थीसिया गैस और वाष्प के रूप में भी दी जा सकती है। इस प्रक्रिया के बाद मरीज गहरी नींद में चला जाता है और उसे सर्जरी का एहसास नहीं होता है। कुछ समय बाद जब एनेस्थीसिया का असर कम होता है, तो मरीज धीरे-धीरे होश में आ जाता है।

वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे का इतिहास

वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे की शुरुआत 16 अक्टूबर 1846 को हुई थी। इस दिन अमेरिकी डेंटिस्ट और फिजिशियन विलियम थॉमस ग्रीन मॉर्टन ने पहली बार डायथाइल ईथर एनेस्थीसिया का प्रदर्शन किया था, जो मेडिकल इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है।

Women’s World Cup: श्रीलंका-न्यूजीलैंड का मैच रद्द, क्या भारत के लिए आसान हुआ सेमीफाइनल का रास्ता?

इसी घटना की याद में हर साल 16 अक्टूबर को वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे मनाया जाता है, जिसे वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट (WFSA) द्वारा आयोजित किया जाता है। इस दिन का उद्देश्य एनेस्थीसिया की उपयोगिता और उसके महत्व को दुनिया के सामने लाना है।

एनेस्थीसिया क्यों है यह जरूरी?

एनेस्थीसिया का मुख्य उद्देश्य मरीज को सर्जरी के दौरान आरामदायक और सुरक्षित बनाना है। यह गैस, वाष्प या इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है, जिससे मरीज को दर्द महसूस नहीं होता। एनेस्थीसिया के बिना कोई भी सर्जरी सफलतापूर्वक नहीं की जा सकती, क्योंकि मरीज को सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान दर्द और तनाव से बचाने के लिए यह आवश्यक होता है।

Exit mobile version