New Delhi: मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जनसुराज प्रत्याशी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने बिहार की राजनीति को एक बार फिर लहुलूहान कर दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है, वह यह कि उनकी मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि उनके शरीर पर दबाव पड़ने से हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि किसी भारी चीज से दबने के कारण उनके सीने और फेफड़ों पर बहुत दबाव पड़ा, जिससे उनका फेफड़ा फट गया। इसके बाद हार्ट फेलियर के कारण उनकी मौत हो गई।
अब सवाल यह उठता है कि फेफड़ा आखिर कैसे फटता है और इस स्थिति में इंसान की जान बचाई जा सकती है या नहीं? आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
Health News: फेफड़ों के कैंसर की ये 7 चेतावनी संकेत न करें नजरअंदाज, समय रहते करें पहचान
फेफड़ा फटने का मतलब क्या होता है?
फेफड़ा फटने की मेडिकल भाषा में ‘लंग रप्चर’ या ‘प्नूमोथोरैक्स’ कहा जाता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब फेफड़े के भीतर मौजूद एयर सैक (एयर बैग) फट जाते हैं या फेफड़े की दीवार में कोई दरार आ जाती है। इस दौरान हवा छाती की झिल्ली में प्रवेश करती है, जिससे उस जगह पर दबाव बन जाता है। हवा का यह दबाव फेफड़े को सिकोड़ देता है और सांस लेने में समस्या पैदा कर सकता है। अगर इसे समय पर इलाज न मिले, तो यह स्थिति गंभीर हो सकती है और इंसान की जान भी जा सकती है।
फेफड़ा फटने का कारण क्या होता है?
फेफड़े के फटने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे आम कारण है किसी हादसे में चोट लगना या भारी दबाव का झेलना। जैसे, सड़क दुर्घटनाओं, इमारतों के गिरने या भारी सामान के दबने से सीने पर अत्यधिक दबाव पड़ने से फेफड़ा फट सकता है।
इसके अलावा कुछ और कारण भी हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं-
तेज या बलात्कारी चोटें: अचानक सीने पर जोरदार हमला, जैसे दुर्घटनाओं या किसी भारी चीज के गिरने से।
किसी बीमारी के कारण: यदि किसी व्यक्ति के फेफड़े में पहले से कोई समस्या हो, जैसे फेफड़ों में संक्रमण, ट्यूबरकुलोसिस या सांस से जुड़ी बीमारियां, तो फेफड़े में कमजोरी आ सकती है, जो फटने की स्थिति को बढ़ा सकती है।
ज्यादा दबाव: उच्च ऊंचाई पर ज्यादा दबाव पड़ने से भी फेफड़ा फट सकता है, खासकर यदि व्यक्ति अस्वस्थ है या उसे पहले से श्वसन की समस्या हो।
फेफड़ा फटने से जुड़ी खतरनाक स्थिति
फेफड़ा फटने की स्थिति अत्यंत गंभीर हो सकती है। कुछ मामलों में, यह इतनी तेजी से गंभीर रूप ले सकता है कि ब्लड प्रेशर गिर जाता है और हार्ट फेल हो सकता है। जब फेफड़ा फटता है, तो तुरंत हवा सीने की झिल्ली में भर जाती है, जिससे फेफड़ा सिकुड़ जाता है और व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। अगर इसे तत्काल चिकित्सा सहायता न मिले, तो मौत हो सकती है।
क्या समय पर इलाज से बच सकते हैं?
- अगर फेफड़ा थोड़ा फटा है, तो चिकित्सा सहायता से जीवन बचाया जा सकता है। डॉक्टर आमतौर पर दो मुख्य उपाय करते हैं-
- चेस्ट ट्यूब (Chest Tube)- इस प्रक्रिया में डॉक्टर छाती के आसपास एक ट्यूब डालते हैं, जिससे हवा बाहर निकल जाती है और फेफड़ा फिर से अपनी सामान्य स्थिति में आ जाता है।
- सर्जरी: कुछ मामलों में, अगर फेफड़े की स्थिति अत्यधिक गंभीर हो, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है, जिसमें फेफड़े की दीवार को ठीक किया जाता है।
- यदि दोनों फेफड़ों पर दबाव पड़े या दोनों फेफड़े फट जाएं, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। इस स्थिति में हार्ट फेलियर और ऑक्सीजन की कमी से मौत हो सकती है।
Health News: कैंसर से बचने में मददगार हैं आपकी रसोई की ये ड्रिंक्स, जानिए क्या है इसके फायदे
कैसे बच सकते हैं?
सीने पर दबाव से बचें: सड़क दुर्घटनाओं या किसी भी प्रकार के शारीरिक चोट से बचने के लिए सुरक्षा उपायों का पालन करें।
स्वास्थ्य जांच कराएं: यदि किसी व्यक्ति को पहले से श्वसन संबंधित समस्या हो, तो नियमित चेक-अप कराएं ताकि फेफड़ों की स्थिति पर नजर रखी जा सके।
प्राकृतिक आपदाओं से बचें: इमारतों के गिरने या प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
इमरजेंसी स्थिति में जल्दी इलाज प्राप्त करें: अगर किसी को चोट लगने या सीने पर दबाव महसूस हो, तो तुरंत अस्पताल जाएं।
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है, किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

