जो बाइडन और महाराजा चार्ल्स तृतीय की विंडसर कैसल बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

डीएन ब्यूरो

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और महाराजा चार्ल्स तृतीय ने सोमवार को अपनी बैठक में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चर्चा की। दोनों नेता निजी कंपनियों को विकासशील देशों में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए और अधिक प्रयास करने के वास्ते प्रेरित करते हैं। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

जो बाइडन और महाराजा चार्ल्स तृतीय की विंडसर कैसल बैठक
जो बाइडन और महाराजा चार्ल्स तृतीय की विंडसर कैसल बैठक


विंडसर (ब्रिटेन): अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और महाराजा चार्ल्स तृतीय ने सोमवार को अपनी बैठक में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चर्चा की। दोनों नेता निजी कंपनियों को विकासशील देशों में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए और अधिक प्रयास करने के वास्ते प्रेरित करते हैं।

आगमन की औपचारिकताओं के बाद, यहां विंडसर कैसल में बाइडन और चार्ल्स ने वित्तीय और परोपकारी क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ जलवायु-केंद्रित गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया। जलवायु पर अमेरिकी दूत जॉन केरी ने भी इसमें भाग लिया।

मई में ब्रिटिश राजशाही का ताज धारण करने वाले चार्ल्स (74) ने पहले ही पर्यावरण को अपनी नीति विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना लिया है और वन्यजीवों की रक्षा तथा जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए लंबे समय से वह संघर्षरत रहे हैं।

बाइडन ने, अपनी ओर से, जलवायु परिवर्तन को उन चार संकटों में से एक के रूप में पहचाना है जिनका वह राष्ट्रपति के रूप में सामना करने के लिए दृढ़ थे। उन्होंने पिछले साल एक व्यापक विधायी पैकेज पर हस्ताक्षर किए जिसमें जलवायु संबंधी प्रोत्साहनों के लिए सालाना लगभग 375 अरब डॉलर शामिल हैं।

बाइडन (80) ने इससे पहले नवंबर 2021 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में सीओपी-26 संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में तत्कालीन राजकुमार चार्ल्स के साथ औपचारिक बातचीत की थी। महाराजा चार्ल्स की ताजपोशी में बाइडन शामिल नहीं हुए थे ,उनके बजाए अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन उस कार्यक्रम में शामिल हुई थीं।

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि राष्ट्रपति विशेष रूप से जलवायु मुद्दे पर महाराजा की प्रतिबद्धता का “बहुत सम्मान” करते हैं। उन्होंने कहा कि चार्ल्स जलवायु पर एक “स्पष्ट आवाज” रहे हैं और “एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने सक्रिय कार्रवाई और प्रयास किए हैं।”

बाइडन ने इससे पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ मुलाकात की। सुनक के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह छठी मुलाकात थी। बैठक ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ में हुई जो ब्रिटिश प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास और कार्यालय है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने चर्चा के बारे में एक बयान में कहा, “इस सप्ताह होने वाले नाटो शिखर सम्मेलन को देखते हुए, प्रधानमंत्री सुनक और राष्ट्रपति बाइडन हमारे गठबंधन को मजबूत करने और यूक्रेन के लिए अपना समर्थन बनाए रखने की आवश्यकता पर सहमत हुए।”

प्रवक्ता ने कहा, “उन्होंने जवाबी हमले की प्रगति पर चर्चा की और यूक्रेन के अंतरराष्ट्रीय साझेदारों द्वारा उसकी दीर्घकालिक रक्षा के लिए प्रतिबद्ध होने, इस युद्ध को जीतने और स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए उसे आवश्यक सहायता प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया। वे यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर सहमत हुए कि स्वीडन के पास नाटो में पूरी तरह शामिल होने का एक त्वरित मार्ग हो।”

प्रवक्ता ने कहा, “प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बाइडन ने हिंद-प्रशांत और ईरान सहित व्यापक भू-राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की।”










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